40 से अधिक पुलिसकर्मी को रोना की चपेट में
इंदौर शहर में लॉक डाउन में फ्रंटलाइन पर ड्यूटी करते हुए 40 पुलिसकर्मी कोरोना महामारी की चपेट में आकर अस्पताल पहुंचे थे। 33 स्वस्थ हो गए जबकि एक का निधन हो चुका है। इसके पहले कोरोना के चलते तीन डॉक्टर की भी मौत कोरोना से हो चुकी है। लॉकडाउन के चौथे चरण में मिली छूट के बाद अब कोरोना खतरा भी धीरे-धीरे पांव पसार रहा है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए क्वारंटीन सेंटरों की संख्या और कोविड अस्पतालों में बेड़ो की सख्या बढ़ाई जा रही है।
24 मार्च के बाद इंदौर में बढ़ कोरोना का खतरा
24 मार्च को लॉग डाउन की शुरुआत के साथ ही इंदौर में कोरोना की आमद हुई थी। इसके बाद से ही लॉक डाउन चल रहा है। लॉक डाउन का पालन करने कराने में पुलिस की विशेष भूमिका है पत्थरबाजी व अन्य हमलों के बीच भी पुलिस टीम डर्टी है जिसके कारण वर्दीधारी कोरोना की चपेट में भी आए तत्कालीन जूनी इंदौर टीआई देवेंद्र कुमार का निधन हो चुका है आज ही विवेक शर्मा के मुताबिक अब तक जिले में 40 पुलिसकर्मी को रोना की चपेट में आए हैं 33 स्वस्थ हो चुके हैं एसपी अमित सैनी आईपीएस आदित्य मिश्रा खजराना टीआई संतोष सिंह यादव प्रधान आरक्षक पटेल आदि तो स्वस्थ होने के बाद फिर से काम पर लौट भी आए हैं अभी 6 पुलिसकर्मियों को इलाज चल रहा है सभी को हालत ठीक बताई जा रही है।
बटालियन के 11 जवान को कोरोना
उधर बुधवार को 114 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई जिसमें से 15 पॉजिटिव निकले, इन 15 में से 11 लोग बटालियन के जवान जो विभिन्न क्षेत्रों में ड्यूटी दे रहे थे। एएसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि बटालियन के 26 जवानों की जांच कराई गई थी जिनमें से 11 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बता दें इसके पूर्व भी बटालियन के जवानों की रिपोर्ट आ चुकी है।