एक तरफ तो देश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। सरकारी महकमा दिन-रात एक करके महामारी पर काबू पाने का प्रयास कर रहा है। दूसरी तरफ भाजपा अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर अभियान चलाने जा रही है। उपलब्धियों को घर-घर तक ले जाने की तैयारी कर रही है। इंदौर में भी अभियान धूमधाम से चलाया जाएगा, जिसे लेकर लगे कफ्र्यू की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
कल शाम को दीनदयाल भवन पर नगर पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर रणनीति बनाई गई। उसके मुताबिक आज शाम को दीनदयाल भवन में कार्यकर्ताओं का मेला लगने वाला है। योजना के हिसाब से छह आयाम तय किए गए हैं। हर आयोजन को लेकर प्रत्येक मंडल में दो-दो प्रभारी बनाए हैं। उनकी आज बैठकें बुलाई हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो इंदौर शहर में २८ मंडल हैं, जिसके ५६ प्रभारी होंगे।
इनकी आज दीनदयाल भवन में बैठक है, जिसमें नगर से चार से पांच पदाधिकारी भी बैठेंगे। उस हिसाब से प्रत्येक बैठक में ६० कार्यकर्ता मौजूद होंगे। ऐसी ६ बैठकें होंगीं, ३५० से अधिक शहरभर से कार्यकर्ता इकट्ठा होंगे। दो समय निर्धारित किए हैं। पहला चरण शाम ४ से ५ बजे का होगा, जिसमें तीन बैठकें होंगी। दूसरे चरण में ५.३० से ६.३० बजे तक तीन बैठकें होंगी। एक समय ऐसा आएगा कि सारे कार्यकर्ता एक साथ कार्यालय पर होंगे। ऐसी स्थिति में कोई गलती हो जाती है तो कोरोना विस्फोट की आशंका बन सकती है।
कैसे जा सकते हैं घर-घर गौरतलब है कि पार्टी ने प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर घर-घर जाने का अभियान चलने का फैसला लिया है। इस हिसाब से इंदौर में तय हुआ है कि प्रत्येक बूथ पर दो कार्यकर्ता घरों में दस्तक देंगे। ऐसा इंदौर में भी होगा जबकि शहर देश के टॉप हॉट स्पॉट में से एक है।
रोकना चाहिए अभियान भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने देशभर में ये अभियान चलाने का फरमान जारी कर दिया। जिस पर इंदौर में भी अमल शुरू हो गया। वास्तविकता में इंदौर में कोरोना के लगातार बड़ी संख्या मरीज निकल रहे हैं। ऐसे में भाजपा का अभियान उसके लिए भारी ना पड़ जाए। कार्यकर्ताओं में संक्रमण फैल गया या उनसे शहर में फैल गया तो पार्टी को जवाब देना भारी पड़ जाएगा, इसलिए अभियान को रोका जाना चाहिए।
नियमों का होगा पालन राष्ट्रीय स्तर से कार्यक्रम आया है, जिसे सफल बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। हां, इसको लेकर आज बैठकें रखी हैं, लेकिन उनमें कार्यकर्ता कम रहेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ में सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। बैठकों का समय भी अलग-अलग रखा है।
-गौरव रणदिवे, अध्यक्ष नगर भाजपा