क्षेत्र में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज सामने आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। ऐसी समस्या होने पर आमतौर पर मरीज जवाहर मार्ग के डॉटर व अस्पताल में इलाज करवा लेते थे, लेकिन अब वह हो नहीं पा रहा है।
बंबई बाजार से लगे हुए कड़ावघाट क्षेत्र में रहने वाले आईडीए के पूर्व संचालक व कांग्रेस नेता की तबीयत भी खराब है। उन्हें एमवायएच में भर्ती किया गया, जहां पर पहले वे ऑसीजन पर थे। मिलने वालों के अनुसार अब उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। हाल ही में उनके भाई कय्यूम की भी मौत हो चुकी है। दोनों की रिपोर्ट आना बाकी है।
संक्रमित मरीजों के परिजनों को प्रशासन ने मैरिज गार्डन, होटल व होस्टल में वारेंटाइन कर रखा है। ऐसे लोगों की संख्या अच्छी खासी है, जिनके संकेतों के आधार पर कोरोना की जांच भी की जा रही है। उनमें से कई लोगों की रिपोर्ट आ चुकी है। इन रिपोर्ट को देख अफसरों ने राहत की सांस ली है, योंकि कई लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
खड़ी हुई मुसीबत नए-नए क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलने से सरकारी महकमे के लिए मुसीबत और बढ़ गई है। अब तक कुछ ही बड़े मोहल्लों में फोकस कर रखा था। अब नई जगहों पर भी ध्यान देना होगा। इंदौर में 24 मार्च से लॉक डाउन के बाद देखतेदे खते ये आंकड़ा 112 तक पहुंच गया है। कल आई रिपोर्ट के बाद ऐसी कई जगहों पर नए नए मरीज निकलकर आमने आए हैं जहां संक्रमण का प्रभाव नहीं था।
कोरोना से संकमित 15 मरीजों की एक रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। आज फिर इन मरीजों की जांच की जाएगी। रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो इन्हें घर पर आइसोलेट किया जाएगा। एमवायएच में कल 233 मरीजों की जांच की गई। इनमें 32 संदिग्ध मरीज सामने आए हैं। मेडिकल कॉलेज में कल उज्जैन और इंदौर संभाग से 151 सैंपल पहुंचे, जिसमें इंदौर के 98 सैंपल थे।