नौलखा स्थित ऋतुराज मांगलिक भवन में भाजपा के प्रदेश प्रवता उमेश शर्मा २ अप्रैल से ५ हजार से अधिक लोगों का नियमित खाना बनवा रहे हैं। ये भोजन उन गरीब परिवारों को पहुंचाया जा रहा है, जो रोज कमाने खाने वाले हैं। समाज से सहयोग लेकर समाज को देने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पद्धति से सारा काम हो रहा है। जैसे ही कोई दानदाता सहयोग करता है, वैसे ही शर्मा उसका नाम सोशल मीडिया पर जारी कर धन्यवाद देते हैं।
इस सेवा काम में एक दान दिल छूने वाला भी सामने आया। पूर्व महापौर मालिनी गौड़ के पीए रहे प्रणय
चित्तौड़ा ने अपने नौ माह २० दिन के बच्चे को आज तक मुंह दिखाई में जितना पैसा आया था, सब गरीबों को भोजन कराने के लिए दे दिया। शर्मा से रहा नहीं गया और बच्चे के फोटो के साथ उन्होंने सोशल मीडिया पर भावना व्यत कर दी। बताया जाता है कि विशेष प्रयोजन में दान करने वालों की ओर से एक दिन दाल-बाफले का भोजन भी वितरित किया गया था।
चित्तौड़ा ने अपने नौ माह २० दिन के बच्चे को आज तक मुंह दिखाई में जितना पैसा आया था, सब गरीबों को भोजन कराने के लिए दे दिया। शर्मा से रहा नहीं गया और बच्चे के फोटो के साथ उन्होंने सोशल मीडिया पर भावना व्यत कर दी। बताया जाता है कि विशेष प्रयोजन में दान करने वालों की ओर से एक दिन दाल-बाफले का भोजन भी वितरित किया गया था।
मृत्युभोज का दिया पैसा चितावद में रहने वाले बाबूलाल पंवार की पत्नी का पिछले दिनों देहावसान हो गया था। लॉक डाउन की वजह से परिवार नुता नहीं कर सका। उस पर पंवार ने शर्मा को ६ हजार रुपए की राशि सौंप दी। कहना था कि मैं
समझूंगा कि पत्नी का नुता कर दिया। इसी प्रकार प्रवीण मालू ने भी अपने बच्चे के कार्यक्रम के निरस्त होने पर पांच हजार रुपए दिए, ताकि गरीबों तक भोजन पहुंच सके। काम में लगी टीम साढ़े पांच हजार लोगों का भोजन प्रतिदिन तैयार हो रहा है। आधा आटा मशीन से तैयार किया जाता है। हलवाई की टीम के अलावा पुड़ी बेलने के लिए ३० महिलाएं हैं। एक टोली पैकिंग करने में लगी रहती है। वितरण की व्यवस्था भाजपा की बूथ इकाई के हवाले कर रखी है। बकायदा उसके लिए टीम बनी हुई है।
समझूंगा कि पत्नी का नुता कर दिया। इसी प्रकार प्रवीण मालू ने भी अपने बच्चे के कार्यक्रम के निरस्त होने पर पांच हजार रुपए दिए, ताकि गरीबों तक भोजन पहुंच सके। काम में लगी टीम साढ़े पांच हजार लोगों का भोजन प्रतिदिन तैयार हो रहा है। आधा आटा मशीन से तैयार किया जाता है। हलवाई की टीम के अलावा पुड़ी बेलने के लिए ३० महिलाएं हैं। एक टोली पैकिंग करने में लगी रहती है। वितरण की व्यवस्था भाजपा की बूथ इकाई के हवाले कर रखी है। बकायदा उसके लिए टीम बनी हुई है।
दुबई से भी मिला सहयोग यह देख दुबई से भी कुछ लोगों ने उमेश शर्मा को सहयोग किया तो मुंबई, दिल्ली, बंगलुरू सहित देश के कई शहरों से मदद आई। शर्मा का कहना है कि कोरोना खत्म होने के बाद लगाए गए भंडारे और उसमें आए दान का लेखा-जोखा वे पेश करेंगे।