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काम के प्रति लापरवाही बरतने वाले निगम उपायुक्त सहित दो एआरओ को निगमायुक्त ने दी ये सजा

locationइंदौरPublished: Oct 23, 2019 05:08:58 pm

निगम अफसर, इंजीनियर और कर्मचारियों पर लापरवाही

काम के प्रति लगातार लापरवाही बरतने वाले निगम उपायुक्त सहित दो एआरओ को निगमायुक्त ने दी ये सजा

काम के प्रति लगातार लापरवाही बरतने वाले निगम उपायुक्त सहित दो एआरओ को निगमायुक्त ने दी ये सजा

इंदौर. नगर निगम में उपायुक्त सहित दो सहायक राजस्व अधिकारियों (एआरओ) का डिमोशन कर निचले पदों पर पदस्थ कर दिया गया है। इसके साथ ही दो कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं। काम के प्रति लगातार लापरवाही बरतने और बिना सूचना के काम से गायब रहने पर निगमायुक्त ने यह सजा दी है।
काम में लापरवाही बरतने वाले निगम अफसरों, इंजीनियर और कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। निगमायुक्त आशीष सिंह ने जहां जोन 18 के उपयंत्री अविनाश कस्बे, जोन 8 के उपयंत्री उदय सिंह भदौरिया, जोन 16 के उपयंत्री हरगोविंद एरवाल, प्रिंस कुमार, जोन 18 के उपयंत्री जुगल किशोर भारपेट का5-5 दिन का वेतन राजसात करने के आदेश दिए हैं। वहीं जोन ११ के प्रभारी दरोगा सुनील तिवारी की तीन दिन की तनख्वाह काट दी है। इसके साथ ही उपायुक्त नीरजा राजे भट्ट का डिमोशन कर जोन 18 पर प्रभारी सहायक अधिकारी (एआरओ) बनाकर बकाया टैक्स वसूली के काम पर लगा दिया है। वे जोन क्रमांक 3 और 9 की नियंत्रणकर्ता अधिकारी थीम। सहायक आयुक्त अशोक शर्मा को जोन 18 पर सहायक एआरओ के पद से हटाकर वापस सहायक आयुक्त शहरी गरीब उपशमन प्रकोष्ठ विभाग में भेज दिया है। जोन क्रमांक 18 पर प्रभारी एआरओ के पद से हरि सिंह चौहान को हटाकर कचरा बल्क कलेक्शन का सुपरवाईजर बनाकर स्वास्थ्य विभाग कंट्रोल रूम पर बैठा दिया है।
इसी तरह जोन क्रमांक 14 पर प्रभारी एआरओ के पद से महेंद्र तिवारी को भी कचरा बल्क कलेक्शन के काम पर लगा दिया गया है। इसके साथ ही बल्क कचरा कलेक्शन के काम पर लगाए गए मस्टकर्मी धर्मेंद्र बलराम खोड़े की निगम से सेवा समाप्त कर दी गई है जो कि बिना सूचना के लगातार काम पर से गायब था। सफाई के काम में लापरवाही बरतने पर सफाईकर्मी मंजू पति सुरेश को निलंबित कर दिया गया, लेकिन माफी मांगने पर फिर से मंजू की जोन १७ के वार्ड 18 में बहाली हो गई। बावजूद इसके काम के प्रति लापरवाही जारी रही और काम पर आने के बजाय गायब रहने लगी। इस पर मंजू की निगम से सेवा समाप्त कर हाजरी मुक्त कर दिया गया है।
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