हां, हमारे घर से कचरा प्रतिदिन संग्रहित किया जाता है। पूरे शहर में डोर-टू-डोर वाहन सभी घरों से कचरा प्रतिदिन संग्रहित करते हैं।
-क्या आपसे कचरा संग्राहक द्वारा सूखा और गीला कचरा अलग से देेने के लिए कहा जाता है?
हां, कचरा संग्राहक सूखा और गीला कचरा अलग देने को कहते हैं।
-क्या आप अपने आसपास हो रही सफाई सेे संतुष्ट हैं?
हां, हम अपने आस पास की सफाई से संतुष्ट हैं।
-क्या आप शहर मेंं पॉलिथीन बैग/200 एम.एल. वाली बोतल, प्लास्टिक ग्लासेस (डिस्पोजल ग्लासेस) का इस्तेमाल देख रहे हैं?
नहीं, इन्दौर में प्लास्टिक एवं डिस्पोजेबल आइटम्स बैन हैं।
-क्या आपने बेकार वस्तुओं की अदला-बदली कार्यक्रम, फूड बैंक, क्रॉकरी बैंक, वस्तुओं की रीसायकल एवं रीयूज पर कोई संदेश या क्रियान्वयन देखा है?
हां, इन्दौर में थ्रीआर को लेकर शहर में कई कार्यक्रम किए जाते हैं।
-क्या शहर में होम कम्पोस्टिंग को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, क्या आप होम कम्पोस्टिंग कर रहे हैं?
हां, हम होम कम्पोस्टिंग करते हैं। ‘मेरा घर भी थ्रीआरÓ पहल चल रही है।
-क्या गूगल मैप पर सार्वजनिक शौचालय दर्ज हैं?
हां, निगम ने कई सार्वजनिक शौचालय बनाएं हैं जो गूगल मैप पर दर्ज हैं।
-क्या आपके शहर में स्वच्छता रैंकिंग की गई है?
हां, हमारे शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 को लेकर कई जगहों पर स्वच्छता रैंकिंग आयोजित की गई है।
-क्या निर्माण एवं विध्वंस से निकलने वाला मलबा दो से अधिक दिनों तक आपके क्षेत्र में पड़ा रहता है।
नहीं, घरों के निर्माण एवं विध्वंस से निकलने वाला मलबा दो से अधिक दिनों तक नहीं पड़ा रहता है। इसके निपटान के लिए 311 एप और 1969 पर शिकायत होते ही मलबा उठा लिया जाता है।
रजनीश कसेरा, अपर आयुक्त, नगर निगम