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भाजपा नेता के घर के बाहर खड़ी गाडिय़ां जलाईं

locationइंदौरPublished: May 24, 2023 11:14:59 am

Submitted by:

Anil Phanse

दो बाइक पूरी, एक अधूरी जली

भाजपा नेता के घर के बाहर खड़ी गाडिय़ां जलाईं

भाजपा नेता के घर के बाहर खड़ी गाडिय़ां जलाईं

इंदौर । अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में बीती रात भाजपा नेता के घर के बाहर खड़ी तीन गाडिय़ों को बदमाश जला गए। दो गाडिय़ां तो पूरी तरह से जल गई, एक को बचा लिया गया है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।
रजनीश यादव पिता संतोष यादव निवासी केशरबाग चौकी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। वह भाजपा नेता संतोष यादव का बेटा है। संतोष यादव ने बताया कि देर रात राहगीरों ने गाड़ी जलती देख उन्हें जगाया। इस पर वह बाहर आए तो घर के बाहर खड़ी गाडियां जल रही थीं। दो गाडिय़ां तो पूरी तरह से जल गई हैं, एक को बचा लिया है। वह पूरी तरह से नहीं जल पाई है। बदमाशों ने वारदात करने से पहले मंदिर पर लगे हुए कैमरे का मुंह दूसरी ओर घुमा दिया। इसके बाद उनकी गाड़ी में आग लगाई। पास ही में दूसरी गाडिय़ां भी खड़ी हुई थी. लेकिन सिर्फ उनकी गाडिय़ों को ही जलाया गया है। इससे उन्हें आशंका है कि किसी ने जानबूझकर की उनकी गाडिय़ों को निशाना बनाया है। पास ही के मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में दो आरोपी दिख रहे हैं। वह गाड़ी के पास आए और आग लगाकर भाग गए। पुलिस अब सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाल कर जांच कर रही है।
एक साल बाद भी नहीं नहीं पेश किया चालान
ग्वालटोली में ऑटो पाट््र्स की दुकान व्यवसायी ने कमिश्नर की जनसुनवाई में शिकायत की है। उनका आरोप है कि एक साल पूर्व मारपीट हुई थी। आरोपियों ने धार्मिक भावनाओं को भी आहत किया था। अब तक केस में चालान पेश नहीं किया गया है। थाने पर शिकायत करने जाते हैं तो यह कहकर वापस कर दिया जाता है कि अभी तक अनुमति नहीं मिल पाई है। रमनदीप ङ्क्षसह राणा के साथ में पड़ोसी संजय यादव और उसके परिवार ने दुकान में घुसकर मारपीट कर दी। यह पूरी वारदात वहां पर लगे हुई सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई थी। उनके पिता का आरोप है कि तब भी पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की थी। जब सिख समाज के लोगों ने थाने के घेराव किया तो पुलिस ने केस दर्ज किया था। पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन इस मामले में कोर्ट में चालान पेश नहीं किया है। वारदात को करीब एक साल होने को आया है। वह जब थाने पर जाकर इसकी जानकारी लेते हैं तो यही जवाब मिलता है कि मामले में धारा 295-ए लगी हुई है। इसके लिए शासन से अनुमति लेना पड़ती है। अनुमति के लिए लेटर लिखा गया है, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है। वह थाने के चक्कर काटते हुए परेशान हो गए थे। इसी के चलते जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे थे।
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