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मिलेट्री केंटीन को गैस चूल्हे भेजने के नाम क्यूआर कोड से ७६ हजार ठगे

locationइंदौरPublished: Sep 15, 2021 03:04:03 pm

साइबर अपराध का नया तरीका:

मिलेट्री केंटीन को गैस चूल्हे भेजने के नाम क्यूआर कोड से ७६ हजार ठगे

मिलेट्री केंटीन को गैस चूल्हे भेजने के नाम क्यूआर कोड से ७६ हजार ठगे

इंदौर। साइबर अपराधी ठगी के नए नए तरीके अपना रहे है। ऐसे ही एक मामले में व्यापारी ने व्यापार बढाने के लिए वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किया तो वहां से नंबर हासिल कर ठगोरे ने मिलेट्री केंटीन के नाम खरीदी के लिए संपर्क किया। राशि भुगतान के लिए क्यूआर कोड भेजा और उसके जरिए झांसा देकर धीरे-धीरे कर चार बार मेें करीप पौन लाख रुपए उड़ा दिए।
क्राइम ब्रांच के पास साइबर ठगी का यह मामला पहुंचा है। दीपेश अग्रवाल निवासी नौलखा ने शिकायत की है। फरियादी की लोहामंडी में ट्रेडिंग फर्म है। व्यापार को बढ़ाने के लिए फरियादी ने अपनी फर्म को इंडिया मार्ट वेबसाइट पर रजिस्टर किया था. 9 सितंबर को उन्हें एक व्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि उसने अपना परिचिय रवि कुमार के रूप में दिया और इंडिया मार्ट वेबसाइट से नंबर मिलने की बात कहीं। उस व्यक्ति ने इंदौर मिलेट्री केंटनी के लिए गैस चूल्हे लेने की बात की। 20 गैस चूल्हे का सौदा किया और गैस चूल्हे उपलब्ध कराने पर तुरंत भुगतान का वादा किया। अगले दिन व्यापारी ने रवि कुमार द्वारा बताए स्थान पर 20 गैस चूल्हे पहुंंचा दिए। इसके बाद संबंधित व्यक्ति ने कहा कि उन््हें आना होगा क्योकि गैस चूल््हे का भुगतान सीधे खाते में होगा। उस व्यक्ति ने फिर कहा, खाता नंबर पुख्ता करने के लिए हम एक क्यूआर कोड भेज रहे है। आप इस क्यू आर कोड को स्कैन करेंगे तो आपके खाते से हमारे खाते में मात्र एक रुपए आएंगे। यह राशि भी भुगतान के साथ लौटा देंगे।
झांसा देकर चार बार में उड़ाए रुपए, पांचवी बार बचे
व्यापारी ने कथित रविकुमार की बात पर विश्वास कर क्यूआर कोड स्कैन के एक रुपए भेज दिए तो तुरंत उन्हें 2 रुपए वापस प्राप्त हो गए। फिर उस व्यक्ति ने कहा कि भुगतान टुकड़ों में होगा, मैं क्यू आर कोड भेज रहा हूं, उसे स्कैन करते ही आपके खाते में 20 हजार रुपए जमा हो जाएगे। क्यूआर कोड स्कैन किया तो व्यापारी के खाते से राशि कट गई तो व्यक्ति ने गलती होने की बात कहीं। रुपए लौटाने का झांसा देकर चार बार हुआ और व्यापारी के खाते से क्रमश: 20 हजार, 12 हजार, 22,222 , 22,222 कुल 76444 रुपए कट गए। फिर 23 हजार का एक क्यूओर कोड और भेजा लेकिन तब तक व्यापारी को अंंदशा हो गया था और उसने कोड स्कैन नहंीं किया।
महिला बोली, मेरे नंबर पर दूसरा चला रहा वाट्सऐप, बंद करा रही पुलिस
क्राइम ब्रांच में मंगलवार दोपहर एक महिला वाट्सऐप की शिकायत लेकर पहुंची। एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर से महिला ने बताया कि उसने मोबाइल नंबर पर वाट्सऐप डाउनलोड करने का प्रयास किया तो पता चला कि कोई और चला रहा है। वह व्यक्ति आपत्तिजनक बाते कर परेशान करने लगे। पाराशर के मुताबिक, आमतौर पर कोई परिचित की हरकत से ही आपके नंबर पर दूसरा वाट्सऐप चला लेता है। वाट्सएएप को मेल कर बंद कराने की प्रक्रिया पुलिस ने शुरू कर दी।
लोगोंं को सलाह, जो सामने नहीं उसकी बात न माने, किसी को ओटीपी न दें
व्यापार में ऑनलाइन धोखाधड़ी बढ़ गई है। नए नए तरीके निकाले जा रहे है। व्यापारी के सामने व्यक्ति न हो तब तक उसकी बात पर विश्वास न करें।
– फोन पर कोई खरीदी की बात कहकर क्यूआर कोड भेजे तो उसे स्कैन न करें, अकाउंट हैक हो सकता है।
– जब तक व्यक्ति खाते में राशि न डाल दें तब तक सामान न भेजें और न ही कोई भुगतान करें।
– आपके नंबर पर दूसरा वाट्सऐप जब ही चला सकता है जब उसे ओटीपी मिले। अकसर मामले में परिचित शामिल होता है जो धोखे से कोड हासिल कर लेता है। किसी को किसी भी काम से अपना ओटीपी न बताएं, धोखाधड़ी हो सकती है।
एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर, एएसपी क्राइम ब्रांच।
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