सिंहस्थ के लिए पांच महीने में ही सेमेस्टर कराएगी यूनिवर्सिटी
इंदौरPublished: Oct 07, 2015 06:41:00 pm
रेगुलर कोर्सेस की परीक्षाएं अप्रैल-मई से पहले निपटाने की तैयारी, 15 दिन में दिए जाएंगे रिजल्ट।
इंदौर। 2016 में प्रदेश में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के मद्देनजर यूनिवर्सिटी ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। अप्रैल में होने वाली सेमेस्टर परीक्षाएं अब मार्च तक ही निपटा दी जाएगी। इनके परिणाम भी 15 दिनों के भीतर तैयार होंगे, ताकि छात्रों को फाइनल सेमेस्टर के लिए पर्याप्त समय मिल सकें।
सिंहस्थ में देश-दुनिया में आने वाले श्रद्धालुओं की वजह से यूनिवर्सिटी की सिंहस्थ के दौरान कोई परीक्षा नहीं कराने के निर्देश शासन ने दिए है। इन निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए परीक्षा विभाग ने रणनीति तैयार की है। बीए, बीकॉम और बीएससी चौथे सेमेस्टर के रिजल्ट पिछले सप्ताह ही जारी हुए है। इस आधार पर अब पांचवे सेमेस्टर की परीक्षाएं नवंबर 2015 में करा ली जाएगी।
इसके पांच महीने के अंतराल में ही छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं मार्च 2016 में कराई जाना प्रस्तावित है। यूजी परीक्षाओं के साथ पीजी परीक्षाएं कराने के लिए भी कोशिशें की जा रही है। यूजी कोर्सेस की पांचवे के साथ ही पीजी कोर्सेस के तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा भी नवंबर में कराई जा सकती है। हालांकि, परीक्षा कराने के साथ अधिकारियों को समय पर मूल्यांकन कराने की चिंता भी सता रही है।
दरअसल, अब तक हुई परीक्षाओं के रिजल्ट डेढ़ से दो महीनों में जारी होते है। इन रिजल्ट के बाद रिव्यू और रिवैल्यूएशन के परिणाम में भी दो महीने का समय लग रहा है। कई बार छात्र अगले सेमेस्टर की परीक्षा तक भी रिव्यू रिवैल्यूएशन के रिजल्ट का इंतजार करते रहते है। यूनिवर्सिटी की कोशिश है कि अब होने वाली परीक्षाओं के परिणाम 15-15 दिनों के भीतर ही तैयार कर लिए जाएं।
प्रोफेशनल कोर्सेस में दिक्कत नहीं
एमबीए, एमसीए, एमबीबीएस, बीडीएस जैसे प्रोफेशनल कोर्सेस के परीक्षा कार्यक्रमों में खास बदलाव नहीं किए जा रहे है। इन कोर्सेस में सीमित छात्र संख्या होने से यूनिवर्सिटी कोर्स पूरा होने के बाद कॉलेज प्राचार्यों व डीन की बैठक में टाइम-टेबल तैयार करेगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ.अशेष तिवारी ने बताया रेगुलर कोर्सेस की अगली सेमेस्टर परीक्षाएं नवंबर 2015 और अगली परीक्षा मार्च 2016 में कराई जाएगी। कॉलेजों को निर्धारित समयावधि में कोर्स पूरा कराने और रीविजन की व्यवस्था के निर्देश दिए जा रहे है।