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कांग्रेस नेता ने कैंसल किया अपने आत्मदाह का प्लान, बोले- गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है… गौरतलब है कि एमवाय अस्पताल में पूर्व एसीएस राधेश्याम जुलानिया ने शाम की ओपीडी लगाने की योजना बनाई थी। लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन आने वाले मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों को प्रायवेट प्रेक्टिस की छूट होने के कारण वे निजी अस्पतालों में मरीजों को देखते हैं। ऐसे में एमवाय में शाम की ओपीडी से उन्होंने दूरी बनाए रखी। किसी भी डॉक्टर ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। इसके बाद कई डॉक्टर सुबह की ओपीडी तक में नहीं पहुंचते और सिर्फ जूनियर डॉक्टरों के भरोसे ओपीडी चलती रहती। इसी के चलते कॉलेज की डीन डॉ. बिंदल ने अब सख्ती करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों जहां एमवाय अस्प्ताल की ओपीडी का औचक निरीक्षण किया था, वहीं कल मुख्य इमारत में भर्ती मरीजों से मिलीं और खाने की जांच कर स्टॉफ, मरीजों और उनके परिजनों से भी बात की।