69 साल के बुजुर्ग की मौत
इंदौर में करीब साढ़े चार माह बाद कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इससे पहले इंदौर में 29 जून को अंतिम मौत कोरोना के कारण हुई थी, लंबे समय बाद कोरोना से मौत का मामला प्रकाश में आने से प्रशासन भी सख्ते में आ गया है। ऐसे में आमजन को फिर से सतर्क रहने की जरूरत है।
इंदौर में करीब साढ़े चार माह बाद कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इससे पहले इंदौर में 29 जून को अंतिम मौत कोरोना के कारण हुई थी, लंबे समय बाद कोरोना से मौत का मामला प्रकाश में आने से प्रशासन भी सख्ते में आ गया है। ऐसे में आमजन को फिर से सतर्क रहने की जरूरत है।
तीसरी लहर का खतरा, स्कूलों में बच्चे कैसे रखेंगे सोशल डिस्टेसिंग
दोनों डोज के बाद कोराना से मौत
अगर आपने वैक्सीनेशन करवा लिया है। तो भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि जिस बुजुर्ग की मौत कोरोना के कारण हुई है। उसे वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी। उन्हें शुगर की समस्या भी थी, जानकारी के अनुसार उनका सैंपल 8 नवंबर को लिया गया था, जिनकी पॉजिटिव रिपोर्ट 9 नवंबर को आई थी और उनका उपचार इंदौर के एमआरटीबी अस्पताल में चल रहा था। जिनकी मौत 14 नवंबर को हुई। लेकिन उन्हें रिकार्ड में 15 नवंबर को दर्ज किया गया। हालांकि मृतक का अंतिम संस्कार भी उसी दिन कर दिया गया था। मृतक के फेंफड़े में करीब 90 प्रतिशत संक्रमण था। इस प्रकार इंदौर में कोरोना के कारण हुई मौतों का आंकड़ा 1392 हो गया है। इसलिए अब कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए ही घर से बाहर निकलना होगा।
दोनों डोज के बाद कोराना से मौत
अगर आपने वैक्सीनेशन करवा लिया है। तो भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि जिस बुजुर्ग की मौत कोरोना के कारण हुई है। उसे वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी। उन्हें शुगर की समस्या भी थी, जानकारी के अनुसार उनका सैंपल 8 नवंबर को लिया गया था, जिनकी पॉजिटिव रिपोर्ट 9 नवंबर को आई थी और उनका उपचार इंदौर के एमआरटीबी अस्पताल में चल रहा था। जिनकी मौत 14 नवंबर को हुई। लेकिन उन्हें रिकार्ड में 15 नवंबर को दर्ज किया गया। हालांकि मृतक का अंतिम संस्कार भी उसी दिन कर दिया गया था। मृतक के फेंफड़े में करीब 90 प्रतिशत संक्रमण था। इस प्रकार इंदौर में कोरोना के कारण हुई मौतों का आंकड़ा 1392 हो गया है। इसलिए अब कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए ही घर से बाहर निकलना होगा।
पीएम 2.5 ने कोरोना को बनाया घातक, यहां की आबोहवा खतरे के निशान से ऊपर चिकित्सा विभाग की टीम ने बुजुर्ग के पॉजिटिव आने के बाद अन्य परिजनों, आसपास के रहवासियों के भी सैंपल लिए, उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली, उन्हें कोरोना के साथ अन्य बीमारियां भी थी।
-डॉ बीएस सैत्या, सीएमएचओ, इंदौर
-डॉ बीएस सैत्या, सीएमएचओ, इंदौर