आयुक्त के सख्त निर्देश हैं कि अगर ठेकेदार कंपनी यह पेनल्टी भरने के बावजूद काम में देरी करे तो फिर से पेनल्टी बढ़ाकर लगाई जाए। साथ ही समय पर काम कराने के लिए जिन अफसरों के पास जिम्मेदारी है, वह लापरवाही करते हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
– छत्रीबाग स्थित हरिराव होलकर और मल्हारराव होलकर की छत्री का जीर्णोद्धार कर रही नोकसे इंडिया प्रालि पर 5 लाख रुपए।
– व्यास पुल बनाने वाली प्रभा एग्जिम कंपनी पर 2 लाख रुपए।
– रिवर फ्रंट डेवलपमेंट स्टेज-1 के ठेकेदार विजय शर्मा पर 1 लाख रुपए।
– रिवर फ्रंट डेवलपमेंट स्टेज-3 का काम करने वाले गार्डन पैराडाइज पर 1 लाख रुपए।
– जिंसी हाट मैदान पर मार्केट का निर्माण करने वाली विकास कंस्ट्रक्शन पर 1 लाख रुपए।
आयुक्त ने समय सीमा में काम न होने पर ठेकेदारों पर पेनल्टी लगाने के आदेश दिए हैं। इस परिपालन में जिन प्रोजेक्टों के ठेकेदारों पर पेनल्टी लगाकर वसूली करना है, उनके संबंध में आदेश लेखा विभाग को भेज दिए हैं। इसमें किस ठेकेदार से कितनी पेनल्टी वसूल करना है, वह राशि दर्ज है।
– महेश शर्मा, अधीक्षण यंत्री, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट