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कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधायक के बीच हो रहा शक्ति प्रदर्शन

locationइंदौरPublished: Aug 25, 2019 11:08:41 am

Submitted by:

Mohit Panchal

बड़े गांव में महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण में शामिल होंगे दोनों नेता

कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधायक के बीच हो रहा शक्ति प्रदर्शन

कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधायक के बीच हो रहा शक्ति प्रदर्शन

इंदौर। बड़े गांव (देपालपुर) में विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार कांग्रेस नेताओं के बीच में शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है। महाराणा प्रताप प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम है जिसमें पूर्व विधायक व उनकी टीम भी दमदारी से नजर आएगी जो अलग-थलग पड़ी हुई थी। इसे आने वाले नगर पंचायत के चुनाव का आगाज भी माना जा रहा है।
देपालपुर विधानसभा में कांग्रेस के दो परिवार तीन दशक से आमने-सामने हैं। एक परिवार पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल का तो दूसरा विधायक रहे जगदीश पटेल का। कलोता बाहुल्य विधानसभा होने की वजह से दोनों की पकड़ खासी मजबूत है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रयोग करते हुए विशाल पटेल को टिकट दिया तो पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल को उनकी पुरानी विधानसभा पांच नंबर में पहुंचा दिया था। विशाल तो चुनाव जीत गए, लेकिन सत्तू जीतते-जीतते हार गए।
विधानसभा चुनाव के बाद से देपालपुर में सत्तू की टीम अलग थलड़ पड़ी हुई थी। उन्होंने भी थोड़ी दूरी बना रखी थी ताकि उन पर कोई ऊंगली नहीं उठाए, लेकिन राजपूत समाज के महाराणा प्रताप प्रतिमा अनावरण के आयोजन से आज उनकी एंट्री हो रही है। नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह के साथ अपने आका के आगमन को देखते हुए पूरी टीम सक्रिय हो गई जिन्होंने राजनीति से दूरी बना रखी थी।
आयोजकों ने बकायदा सत्तू का कार्ड में नाम भी दिया जिसकी वजह से टीम विशाल भी सक्रिय हो गई। उन्हें समझ में आ गया कि कहीं ऐसा ना हो कि आयोजन में पूर्व विधायक का माहौल बन जाए। वे भी पूरी ताकत लगा रहे हैं। विधानसभा के बाद देपालपुर में ये पहला ऐसा आयोजन होगा जिसमें दोनों नेता एक ही मंच साझा करेंगे।
नगर पंचायत पर नजर
गौरतलब है कि जनवरी में नगर पंचायत के चुनाव होने वाले हैं। इंदौर जिले की आठ नगर पंचायत में चार तो देपालपुर में ही हैं। वर्तमान में देपालपुर की नगर पंचायत पर आज भी पूर्व विधायक पटेल के समर्थक पप्पू यादव का कब्जा है। इसके अलावा गौतमपुरा, हातोद और बेटमा नगर पंचायतों में भी उनकी टीम खासी मजबूत है। प्रयास करेंगे कि उनके समर्थकों को टिकट मिले और वह जीते भी। उनकी टीम भी इस लिहाज से सक्रिय हो गई है ताकि किलाबंदी मजबूत रहे। उन्हें मालूम है कि अन्य जगह मौजूदा विधायक उन्हें उपकृत नहीं होने देंगे।

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