शहर में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा बिगड़ती स्थिति के आगे शून्य लग रहा है। मंगलवार को फिर शहर के 5 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
इंदौर. शहर में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा बिगड़ती स्थिति के आगे शून्य लग रहा है। मंगलवार को फिर शहर के 5 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। विभाग के अनुसार जनवरी से अब तक करीब 600 संदिग्ध मरीज मिले हैं जिनमें से सिर्फ 102 में ही डेंगू की पुष्टि हो पाई है।
वहीं बात अगर निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की करें तो यहां आंकड़ा करीब एक हजार पर पहुंच रहा है।जहां विभाग मेक एलाइजा टेस्ट की आड़ में डेंगू को फिलहाल सामान्य बता रहा है वहीं निजी अस्पतालों में मरीजों की भरमार से लग रहा है कि कहीं ना कहीं आंकड़ों की जादूगरी से स्थिति को संभालने की कोशिश की जा रही है। पत्रिका ने शहर के प्रमुख अस्पतालों में जानकारी खंगाली तो आंकड़े चौंकाने वाले आए। लगभग हर अस्पताल में 80 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो चुका है और अभी भी कई मरीज उपचार के लिए कतार में हैं।
रोजाना करीब 10 से ज्यादा मरीज डेंगू की आशंका को लेकर इलाज करवाने पहुंच रहे हैं। निजी अस्पतालों की मानें तो डेंगू अब भयावह स्थिति में है वहीं स्वास्थ्य विभाग हालात को सामान्य बता रहा है। एेसे में स्वास्थ्य विभाग की आईडीएसपी शाखा और निजी अस्पतालों के बीच तालमेल के अभाव के चलते स्थिति का सही अंदाजा नहीं लग पा रहा है।
- 3 बच्चों में डेंगू की पुष्टिमंगलवार को आई रिपोर्ट में सांवेर के अलवासा गांव निवासी 7 वर्षीय बालक, स्कीम नं. 78 निवासी 11 वर्षीय बालक, रूपनगर निवासी 13 वर्षीय बालक, भवानीनगर निवासी 17 वर्षीय किशोर में डेंगू की पुष्टि हुई है। ये सभी अरबिंदो, लाइफ केयर और चोइथराम की ओपीडी में पहुंचे थे। इसमें 17 वर्षीय बालक फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। इसके अलावा जगजीवनराम नगर निवासी 35 वर्षीय पुरूष में भी डेंगू की पुष्टि हुई है।
10 प्रतिशत को है डेंगूआईडीएसपी प्रभारी डॉ. जीएल सोढी का कहना है कि निजी अस्पतालों में डेंगू के जितने भी मरीज आ रहे हैं, उनमें से 10 प्रतिशत को ही डेंगू है। अन्य सभी मरीज डेंगू जैसे लक्षणों वाले वायरल से पीडि़त हैं। हर दिन करीब 60 सेंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं जिनमें से एक या दो प्रतिशत में ही डेंगू की पुष्टि हो रही है। हम सिर्फ शासकीय लैब में मेकएलाइजा टेस्ट को ही सही मानते हैं।
- फिल्म ‘शिवाय’ के ‘बोलो हर हर हर’ पर आपत्ति तो खजुराहो भी अश्लीलविभाग का कहना – घर पर ठीक हो रहे मरीजस्वास्थ्य विभाग की माने तो डेंगू को लेकर फिलहाल भयावह स्थिति बिलकुल भी नहीं है। कई मरीज तो घर पर ही ठीक हो चुके हैं। सामान्य बुखार के बाद ली गई पैरासीटामॉल, संतुलित आहार और भरपूर पानी पीने से भी डेंगू के मरीजों के ठीक होने की खबर है। एेसे में कई मरीज एेसे भी है जो निजी अस्पताल में जाकर इलाज लेने के बावजूद 7 से 8 दिनों में भी ठीक नहीं हो पा रहे हैं। इनमें से कुछ की हालत तो गंभीर है।