साध्वी प्रज्ञा ने पिछले दिनों कहा था कि हेमंत करकरे की मौत मेरी श्राप की वजह से हुई है। उसके बाद काफी विवाद हुआ था। देवेंद्र फडणवीस से जब पूछा गया कि तो उऩ्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर देता हूं, हमारी पार्टी और पूरा देश उन्हें शहीद मानती है। पार्टी ने उस वक्त भी स्पष्ट कर दिया था। साथ ही उन्होंने कहा कि साध्वी ने भी बाद में माफी मांग ली थी। लेकिन मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि साध्वी प्रज्ञा को उनके बारे में ऐसा नहीं कहना चाहिए था।
इसके साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने हिंदू आतंकवाद के बारे में कहा कि ये पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बात थी। उन्होंने कहा कि उस वक्त लगातार घट रहे आतंकी घटनाओं में मुस्लिम समुदाय के लोगों की गिरफ्तारी हो रही थी। ऐसे में उस समुदाय के लोग यह सवाल उठा रहे थे कि हमारे लोगों को पकड़ा जा रहा है। उसी के काट के लिए इनलोगों ने हिंदू आतंकवाद का नाम दिया और इऩलोगों को गिरफ्तार कर फंसाया गया।
फडणवीस ने यह भी कहा कि हिंदू आतंकवाद के जनक हेमंत करकरे नहीं थे। उन्होंने कहा कि इसके जनक तीन लोग थे, एक दिग्विजय सिंह, तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और शरद पवार थे। फडणवीस ने यह भी बताया कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार क्यों बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर प्रधानमंत्री ने अपने इंटरव्यू में साफ कर दिया है।
महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि शिवराज सिंह के शासन काल में इस प्रदेश ने खूब तरक्की की। उन्होंने इस राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाला, लेकिन कमलनाथ की सरकार ने चार महीने में ही फिर से गर्त में पहुंचा दिया है।