इंदौर. कैलाश क्या मेरा नौकर है, जो उसको बोल दूं… कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव
दिग्विजय सिंह बुधवार को रेसीडेंसी कोठी पर एक युवक पर भडक़ते हुए बोले। भोपाल के एक कॉलेज में एडमिशन के लिए वह युवक दिग्विजय से गुहार लगाने पहुंचा था। उनसे कहा कि वे कैलाश विजयवर्गीय से फोन लगवा दें तो उसका एडमिशन उस कॉलेज में हो जाएगा। इस पर दिग्विजय भडक़ गए।
रेसीडेंसी कोठी पर कांग्रेसियों के साथ-साथ अन्य लोगों का हुजूम लगा था। कांग्रेसियों के अनुसार मेल-मुलाकात के दौरान एक युवक भोपाल के एक कॉलेज में एडमिशन के लिए उनसे मिलने आया। उसने दिग्विजय से गुहार लगाई। इस पर उन्होंने टाल दिया और बात को सुना-अनसुना कर दिया। बावजूद इसके युवक उनके पीछे पड़ गया और बार-बार एडमिशन कराने का कहने लगा। काफी देर तक अपनी बात मनवाने के लिए वह पीछे पड़ा रहा।
जैसे ही युवक ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम लेते हुए कहा कि आप उनको फोन लगाकर बोल देंगे तो मेरा एडमिशन हो जाएगा। कैलाश का नाम सुन दिग्विजय भडक़ गए और चिल्लाकर बोले कि कैलाश क्या मेरा नौकर है, जो उसको बोल दूं। सिंह इतनी जोर से चिल्लाए कि उनके कमरे के बाहर तक आवाज आई और सन्नाटा छा गया। युवक को
काम किए बगैर रवाना कर दिया गया। कांग्रेसियों के अनुसार दिग्विजय ने इसके बाद अन्य कांग्रेसियों से भी सीधे मुंह बात नहीं की। एक नेता पर नाराज होकर यहां तक बोल दिए कि मैं नेतागीरी नहीं करता हूं। नेतागीरी बेटे जयवर्धन सिंह और भाई लक्ष्मण सिंह करते हैं। उनसे जाकर मिलो, मेरे पास मत आओ।
कथा सुनने भी पहुंचेदो दिन इंदौर प्रवास पर पत्नी अमृता राय सिंह के साथ आए दिग्विजय ने मूसाखेड़ी में सामूहिक विवाह समारोह, बाणेश्वर कुंड पर संजय शुक्ला द्वारा आयोजित भागवत कथा और एक शादी समारोह में शिरकत की। भागवत कथा में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश पचौरी भी मौजूद थे। 15 मिनट रुककर जैसे ही सिंह जाने लगे तो पचौरी ने उनका हाथ पकडक़र बैठा लिया और बोले थोड़ी देर रुको। इस पर सिंह काफी देर तक कथा में रुके रहे। रात्रि विश्राम रेसीडेंसी पर करने के बाद सिंह आज सुबह 9.40 की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुए। एयरपोर्ट पर समर्थक सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद थे।