भाजपा के गढ़ विधानसभा 2 और 4 में जुटी कांग्रेसियों की भीड़
Indore News : कार्यकर्ताओं की अनदेखी की शिकायत पर दिग्विजय सिंह ने दिखाए सरकार के सपने
इंदौर. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस में जान फूंकने का काम राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कर रहे हैं। इसके चलते उन्होंने कल भाजपा के गढ़ विधानसभा 2 और 4 में मंडलम् व सेक्टर पदाधिकारियों के साथ आम कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इनमें बड़ी संख्या में कांग्रेसियों की भीड़ जुटी। बैठक में आम कार्यकर्ताओं का दर्द अलग छलका। कहना था कि शहर अध्यक्ष बनने वाले नेताओं से लेकर विधानसभा चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों तक पूछ परख नहीं करते हैं। संगठन के पदाधिकारी न तो ध्यान देते और न ही सुनवाई करते हैं। ऐसे में कार्यकर्ता कहां जाए। इस पर सिंह बोले कि अभी तेरा-मेरा भूलकर कांग्रेस के लिए दमदारी से लग जाओ। सरकार बनेगी तो सबका फायदा होगा और मजबूती मिलेगी। माहौल कांग्रेस का बना हुआ है।
कांग्रेस दो नंबर विधानसभा लगातार 6 बार और चार नंबर विधानसभा लगातार सात बार से हारती आ रही है। इस वर्ष होन वाले विधानसभा चुनाव में इन सीटों को कैसे जीता जा सकता है? इसको लेकर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जीत का मंत्र देने कल इंदौर आए। उन्होंने सबसे पहले भाजपा की अयोध्या कही जाने वाली चार नंबर विधानसभा के मंडलम् और सेक्टर पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस के अन्य नेताओं व कार्यकताओं की बैठक ली।
लोकमान्य नगर स्थित गुरु नानक निवास में बैठक दोपहर 2.15 बजे शुरू हुई और शाम 6.15 बजे खत्म हुई। बैठक शुरू होते ही दिग्विजय सिंह ने सबसे पहले खुद ने अपनी बात रखी और कहा कि मैं सबके सुझाव लेने आया हूं। किन कारणों के चलते हम हार रहे हैं। जो बोलना चाहते हैं वह मंच पर आकर अपनी पर्ची दे दें। मैं जिसका नाम लूंगा वह आएगा। इसके साथ ही उन्होंने मंडलम् और सेक्टर पदाधिकारियों के हाथ खड़े करवाकर संख्या ली। बैठक में विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, शहर अध्यक्ष रहे विनय बाकलीवाल और तत्सम भट्ट आदि मौजूद थे। हालांकि बैठक को लेकर चार नंबर में कोई तैयारी नहीं थी। दिग्विजय सिंह के आने से एक दिन पहले मंडलम् और सेक्टर की सूची पीसीसी को भेजकर जारी करवाई गई थी।
चार नंबर में है गुटबाजी दिग्विजय सिंह ने जैसे ही मंच पर कार्यकर्ताओं को बोलने के लिए बुलाना शुरू किया तो उनका दर्द छलकने लगा। कार्यकर्ताओं का कहना था कि चार नंबर में बहुत गुटबाजी है। कांग्रेस के जमाने के बड़े नेता यहां रहते हैं। हम फिर भी कमजोर हैं। विधानसभा चुनाव में जिसको टिकट मिलता है वह लड़ता है और हारने के बाद घर बैठ जाता है। चेहरा तक नहीं दिखाता है। कार्यकर्ता की हालत खराब है। नेताओं का साथ नहीं मिलता है। पं. कृपाशंकर के बाद जितने भी शहर अध्यक्ष बने उन्होंने कभी फोन नहीं उठाया और समय नहीं दिया। संगठन का काम आप करने आए हैं, जबकि यह काम अध्यक्ष का है। निष्क्रय लोगों को पदों से हटाने की मांग भी उठी।
सज्जन वर्मा नहीं जिता पाए बूथ चार नंबर की बैठक में नितेश राजोरिया ने कहा की वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा चार नंबर विधानसभा में रहते हैं, मगर उनका इतिहास देख लो आज तक अपना ही बूथ नहीं जिता पाए हैं। यहां के नेता बाहरी सीट पर चुनाव लड़ते हैं। समर्थक और कार्यकर्ता उनका काम करने चले जाते हैं। ऐसे में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ता है। पार्षद पति सादिक खान ने युवा कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान को निशाने पर लिया। पार्षद का चुनाव लड़ी अर्चना राठौर ने सुरजीत ङ्क्षसह चड्ढा की खिलाफत की। कांग्रेस नेत्री सलोनी बेलानी सहित अन्य महिलाओं ने ने चार नंबर से अक्षय कांति बम को चुनाव लड़वाने की पैरवी की। इस बात का समर्थन अन्य कांग्रेस नेताओँ ने भी किया।
सुरजीत और मिंडा हार के बाद बैठ गए घर कार्यकताओं की सुनने के बाद दिग्विजय सिंह ने चार नंबर विधानसभा से चुनाव लडऩे वाले सुरजीत चड्ढा और सुरेश मिंडा को आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि हमने सुरजीत और मिंडा को मौका दिया। दोनों चुनाव हारने के बाद घर बैठ गए। काम पर लगे रहते तो फिर से मौका मिलता। मैं भी दो बार चुनाव हार चुका हूं। अगले दिन से फिर काम पर लग गया। चुनाव में हार-जीत लगी रहती है। डरकर घर नहीं बैठा जाता है। उन्होंने कहा कि तेरा-मेरा भूलकर कांग्रेस के लिए लग जाओ। सरकार बनेगी तो सबका फायदा होगा और मजबूती मिलेगी। अभी कांग्रेस का माहौल बना हुआ है। थोड़ी सी मेहनत कर लो, क्योंकि पुलिस प्रशासन के अधिकारियों का व्यवहार हमारे प्रति बदल गया है।
180 सीट से बनेगी सरकार दिग्विजय सिंह चार नंबर विधानसभा की बैठक लेने के बाद शाम 7.15 बजे दो नंबर विधानसभा के मंडलम् व सेक्टर पदाधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष ङ्क्षचटू चौकसे और पार्षद राजू भदौरिया के नेतृत्व में बैठक परदेशीपुरा स्थित चौकसे धर्मशाला में रखी गई थी। शाम 7.15 बजे शुरू हुई बैठक रात 9.45 बजे तक चली। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कांग्रेसियों को जीत का मंत्र दिया और कहा कि फर्जी वोट पर फोकस करो और फर्जी मतदाताओं को हटाओ। वोटर लिस्ट पर काम करो। बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं की भूमिका तय करो। मंहगाई और बेरोजगारी को जनता के बीच लेकर जाओ। कार्यकर्ताओं की सुनवाई करो। नगर निगम चुनाव मैं जैसा प्रदर्शन किया, उससे बेहतर प्रदर्शन विधानसभा चुनाव में करो। 100 प्रतिशत विजय आपकी होगी। मेहनत करके आपने विधानसभा 2 और चार को जितवा दिया तो 180 सीटों से प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी। यह बात उन्होंने चार नंबर विधानसभा की बैठक में भी कही थी। इसके साथ ही उन्होंने लगातार हारने वाली सीट पर जल्द ही उम्मीदवार घोषित करने की बात कही। दो नंबर की बैठक समाप्त होने के बाद दिग्विजय सिंह को राजेश चौकसे, ङ्क्षचटू चौकसे, राजू भदौरिया, अमित पटेल, बब्बू यादव आदि ने हनुमाजी की बड़ी प्रतिमा भेंट की। इस दौरान जिले के प्रभारी महेंद्र जोशी भी मौजूद थे।
तीन नंबर किसी की बपौती नहीं रेसीडेंसी कोठी पर दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेताओं के अलग-अलग ग्रुप से मुलाकात की। तीन नंबर विधानसभा के नेताओं ने भी उनसे मुलाकात की। अश्विन जोशी के समर्थकों ने उनका पक्ष रखते हुए इस बार फिर तीन नंबर से चुनाव लड़ाने की बात कही। इस पर सिंह नाराज हो गए और बोले मैं टिकट बांटने नहीं आया हूं। टिकट देने का काम कमल नाथ का है। मेरे सामने पिछली बार जब अश्विन का टिकट हुआ तो महेंद्र जोशी, रामेश्वर नीखरा, अश्विन व पिंटू जोशी हम पांचों के बीच में निर्णय हुआ था कि अगले चुनाव में पिंटू को मौका मिलेगा। इस तरह से उन्होंने पिंटू को हरी झंडी दिखा दी, मगर यह भी कह गए कि तीन नंबर किसी की बपौती नहीं है। सर्वे के आधार पर जीतने वाले को टिकट मिलेगा। चाहे वह कोई भी हो। विधानसभा क्र. 5 की बैठक आज दोपहर को लाभ मंडपम में होगी।