सिंह के सामने नेता एक-दूसरे की टांग खींचते रहे और विधानसभावार हार-जीत का गणित समझाते रहे। विधानसभा 1, 2, 3, 4, 5 सहित राऊ, महू, सांवेर व देपालपुर के नेताओं ने टिकट दिलाने की बात दिग्विजय सिंह के सामने रखी। कांग्रेस में समन्वय और एकता लाने की बात पर विचार करने के बजाय पूरा दिन टिकट बांटने में ही निकल गया। समन्वय के नाम पर सिर्फ संगत में पंगत लगी, जिसमें दिग्विजय सिंह सहित सारे कांग्रेसी जीम कर निकल गए। इस दौरान महेश जोशी, रामेश्वर निखरा, सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, अर्चना जायसवाल, अश्विन जोशी, प्रमोद टंडन, नरेंद्र सलूजा, सदाशिव यादव, मोती सिंह पटेल, हरिओम ठाकुर, अफसर पटेल, विनय बाकलीवाल, विशाल पटेल, देवेंद्र सिंह यादव, शैलेष गर्ग, पिंटू जोशी, अमन बजाज और पवन जायसवाल आदि मौजूद थे।
इस तरह बांट गए पट्ठों को टिकट दिग्विजय सिंह अपने समर्थकों को टिकट बांटकर चले गए। एक नंबर में कमलेश खंडेलवाल, दो नंबर में चिंटू चौकसे, तीन नंबर में पिंटू जोशी, चार नंबर में सुरजीत सिंह चढ्डा, पांच नंबर में फौजिया अलीम, अर्चना जायसवाल, छोटे यादव, राऊ में जीतू पटवारी, महू में अंतर सिंह दरबार, सांवेर में प्रेमचंद गुड्डू और देपालपुर में विशाल पटेल शामिल हंै। कांग्रेसियों ने सवाल खड़े किए कि अगर दिग्विजय सिंह सारे टिकट बांट देंगे, तो हर विधानसभा में उनके समर्थक ही नजर आएंगे और दूसरे नेता क्या करेंगे?
पटवारी ने लगवाई पंगत संगत में पंगत के तहत कांग्रेसी नेताओं के लिए भोजन रखा गया। ये पंगत विधायक पटवारी ने लगवाई। भोजन और गार्डन की व्यवस्था उन्होंने की, बाकी व्यवस्था शहर अध्यक्ष प्रमोद टंडन और उनकी टीम ने संभाली। नेताओं ने जमकर शक्ति प्रदर्शन अलग किया।