एमवाय अस्पताल के प्रसूति विभाग को एमटीएच में शिफ्ट करने के बाद यहां प्रसूति के लिए मरीज बड़ी संख्या में आ रहे हैं। डॉक्टरों को पर्याप्त स्टाफ तो दे दिया गया है, लेकिन मैदानी स्टाफ की कमी बनी हुई है। अस्पताल में साफ-सफाई का अभाव है। गंदगी के बीच मरीजों के परिजन को समय गुजारना पड़ रहा है। मरीजों के परिजन ने बताया कि अस्पताल परिसर खासकर अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने गंदगी पसरी हुई है। सफाई कर्मचारी पानी के नल के पास ही अस्पताल से निकलने वाली गंदगी थैलियों में रख देते हैं। इन थैलियों को देखकर लोग भी यहां कचरा फेंकने लगते हैं। यहीं पर पानी के लिए नल लगे हैं। गंदगी के बीच से होकर पानी लेने के लिए पहुंचाना पड़ रहा है।
बढ़ाया जा रहा मैदानी स्टाफ
अस्पताल शुरू हुए समय हो गया है, लेकिन अब तक मैदानी स्टाफ पर्याप्त नहीं है। अब यहां मैदानी अमले की कमी को दूर किया जा रहा है। मरीज की देखभाल करने वाला नर्सिंग स्टाफ से लेकर साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त करने के लिए मेडिकल कॉलेज 250 कर्मचारियों की तैनात करने जा रहा है।
जानकारी के अनुसार एमटीएच हॉस्पिटल में पर्याप्त स्टाफ नहीं है। इस वजह से अस्पताल में अव्यवस्था होती रहती है। इन्हीं अव्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए मेडिकल कॉलेज ने स्टाफ बढ़ाए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। जानकारों का कहना है कि अब यहां 250 कर्मचारियों का स्टाफ बढ़ाया जा रहा है, जिसमें नर्सिंग स्टाफ से लेकर साफ-सफाई कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड और आउट सोर्स से भी कर्मचारी लिए जाएंगे ताकि मैदानी दिक्कत दूर हो सके।
बढ़ाया जा रहा मैदानी स्टाफ
अस्पताल शुरू हुए समय हो गया है, लेकिन अब तक मैदानी स्टाफ पर्याप्त नहीं है। अब यहां मैदानी अमले की कमी को दूर किया जा रहा है। मरीज की देखभाल करने वाला नर्सिंग स्टाफ से लेकर साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त करने के लिए मेडिकल कॉलेज 250 कर्मचारियों की तैनात करने जा रहा है।
जानकारी के अनुसार एमटीएच हॉस्पिटल में पर्याप्त स्टाफ नहीं है। इस वजह से अस्पताल में अव्यवस्था होती रहती है। इन्हीं अव्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए मेडिकल कॉलेज ने स्टाफ बढ़ाए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। जानकारों का कहना है कि अब यहां 250 कर्मचारियों का स्टाफ बढ़ाया जा रहा है, जिसमें नर्सिंग स्टाफ से लेकर साफ-सफाई कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड और आउट सोर्स से भी कर्मचारी लिए जाएंगे ताकि मैदानी दिक्कत दूर हो सके।