महापौर मालिनी गौड़ और आयुक्त आशीष सिंह के निर्देश पर डिस्पोजल को लेकर चल रही मुहिम के तहत कल यानी शुक्रवार को अपर आयुक्त संतोष टैगोर ने स्कीम-140 में जैन मिठाई भंडार (जेएमबी) पर कार्रवाई की। यहां पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाकर वसूली की गई। इसके साथ ही आगे से डिस्पोजल की बजाय स्टील, चीनी, कांच और प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग करने की सलाह दी गई। गौरतलब है कि डिस्पोजल को लेकर निगम ने पूरे शहर में मुहिम चला रखी है, ताकि इसका उपयोग बंद हो।
इधर, शहर के छोटे लेकर बड़े केटरर्स की बैठक नेहरू पार्क स्थित स्मार्ट सिटी ऑफिस में बुलाई गई। महापौर गौड़ और आयुक्त सिंह की मौजूदगी में यह बैठक हुई। इसमें तकरीबन 30 केटरर्स शामिल हुए। बैठक में आयुक्त सिंह ने सभी को स्पष्ट रूप से समझाया कि किसी भी आयोजन में डिस्पोजल का उपयोग नहीं होना चाहिए। इनके बजाय ज्यादा से ज्यादा बर्तन का उपयोग करें। महापौर-आयुक्त के कहने पर केटरर्स डिस्पोजल का उपयोग न करने के लिए सहमत हो गए, लेकिन उन्होंने 300 एमएल पानी की बॉटल का उपयोग करने की छूट देने का कहा। इस पर महापौर गौड़ और आयुक्त सिंह मान गए। साथ ही कहा कि जब तक इसका निराकरण नहीं होता, तब तक उपयोग कर सकते हैं पर भविष्य में इस पर भी प्रतिबंध लगेगा। इसलिए इसका कोई अलग से विकल्प तैयार रखें।
अब बुलाएंगे मैरिज गार्डन और धर्मशाला वालों को
निगम आयुक्त सिंह ने कहा कि केटरर्स वाले डिस्पोजल का उपयोग न करने के लिए सहमत है। अब जल्द ही मैरिज गार्डन और धर्मशाला वालों की बैठक बुलाई जाएगी, ताकि शादी समारोह सहित अन्य कार्यक्रम में डिस्पोजल का उपयोग न होने देने की समझाईश दी जाएगी। इसके साथ ही गार्डन और धर्मशाला में डिस्पोजल का उपयोग न करने वाले आयोजक को सफाई चार्ज में छूट देने की बात कही जाएगी। इससे डिस्पोजल के उपयोग पर प्रतिबंध लगेगा।
उन्होंने कहा कि डिस्पोजल के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत फिलहाल समझाईश दी जा रही है। अगर इसके बाद भी नहीं माने, तो फिर ठोस कदम उठाकर कार्रवाई की जाएगी। निगम ने शहर के प्रमुख खान-पान वाले ठिए जैसे ५६ दुकान को डिस्पोजल मुक्त कर दिया है, वैसे ही जल्द सराफा बाजार और अन्य ठियों पर समझाईश देकर इनका उपयोग बंद करवाया जाएगा। इसके साथ ही निगम डिस्पोजल बेचने वालों से भी बात करेगा।