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जिला अस्पताल का विकल्प बन सकता है इंदौर आई हॉस्पिटल

locationइंदौरPublished: Aug 26, 2019 10:50:58 am

Submitted by:

Lakhan Sharma

– नई इमारत बनने में लगेगा तीन साल का समय
 

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इंदौर। पश्चिम क्षेत्र की सैकड़ों कॉलोनियों के गरीब लोग इलाज के लिए जिला अस्पताल पर निर्भर थे, लेकिन इन दिनों वहां का काम चल रहा है। ऐसे में लोगों को लंबी दूरी तय कर पीसी सेठी अस्पताल या एमवाय

आना पड़ता है। ये दोनों अस्पताल पास पास ही हैं, ऐसे में लोगों को पश्चिम क्षेत्र में जिला अस्पताल का विकल्प के रूप में इंदौर आई हॉस्पिटल मिल सकता है। कारण है कि यहां बड़ी पार्किंग के साथ ही इमारत भी बनी हुई है। गौरतलब है कि इन दिनों इंदौर आई हॉस्पिटल की जमीन को सरकार अपने नियंत्रण में लेने की तैयारी कर रही है। अस्पताल पर ताला लगा दिया गया है और उसकी लीज निरस्ती की तैयारी की जा रही है। कारण है कि सालों से प्रबंधन ने शासन को कोई शुल्क ही नहीं दिया। ऐसे में पिछले दिनों यहां ११ मरीजों की आंखों में संक्रमण होने और रोशनी चले जाने का मामला सामने आया तो प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने सख्त कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पताल को बंद किया जाए। ऐसे में अब विशेषज्ञों का कहना है कि इंदौर आई अस्पताल से जिला अस्पताल की दूरी महज कुछ मीटर की है। धार रोड पर ही दोनों स्थित है ऐसे में इंदौर आई हॉस्पिटल की इमारत में जिला अस्पताल को शिफ्ट किया जा सकता है। इंदौर आई हॉस्पिटल में जिला अस्पताल आ जाने से क्षेत्र की प्रसूताओं, मरीजों को भी इसका सीधा फायदा मिलेगा। अभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नगर निगम के रैन बसेरा में अस्पताल चला रहे हैं जहां स्टाफ व डॉक्टरों को खासी परेशानी होती है।

– पीसी सेठी अस्पताल पर है लोड

इन दिनों स्वास्थ्य विभाग के पास एकमात्र पीसी सेठी अस्पताल है जहां सभी सुविधाएं मौजूद हैं। ऐसे में सबसे अधिक लोड इसी अस्पताल पर है। शहरभर के मरीज इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं, लेकिन कई बार यहां आते-आते मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। दरअसल जिला अस्पताल का अस्थाई अस्पताल वहीं नगर निगम के रैन बसेरा में चल रहा है। गंभीर मरीज को यहां से एमवाय अस्पताल या पीसी सेठी अस्पताल रैफर करना पड़ता है। यहां से एमवाय की दूरी ६ से ७ किलोमीटर है। वहीं जवाहर मार्ग जैसा व्यस्ततम मार्ग पार करना पड़ता है। जहां पूरे दिन ट्रैफिक जाम रहता है। कई केस इसके चलते बिगड़ भी गए हैं। पिछले दिनों भी एक प्रसूति एम्बुलेंस में हो गई थी। जिसमें बच्चे की मौत हो गई थी।

– आज पीसी सेठी जाएंगे स्वास्थ्य मंत्री
उधर, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और कलेक्टर लोकेश जाटव आज पीसी सेठी अस्पताल पहुंचेंगे। यहां वे दोपहर ११ बजे सुरक्षित मातृत्व आपका अधिकार पुस्तक का विमोचन करेंगे। शासकीय अस्पतालों में सुरक्षित मातृत्व के लिए विभाग ने यह पुस्तिका बनाई है। मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना की सभी जानकारी इस पुस्तिका में दी गई है। यहां मंत्री जिला अस्पताल को इंदौर आई अस्पताल में लाने की घेाषणा कर सकते हैं। वे पूर्व में भी अधिकारियों को इस बाबद काम करने के निर्देश दे चुके हैं। इस पर भी विचार किया जा रहा है कि यहां आंखों की सुविधा भी मौजूद रहे और जिला अस्पताल भी यहां शिफ्ट हो जाए। इंदौर आई हॉस्पिटल का संचालन रॉबर्ट नर्सिंग होम की तरह हो जिसके अध्यक्ष संभागायुक्त हों।

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