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VIDEO : एमवाय अस्पताल की ओपीडी पर हड़ताली डॉक्टरों ने जड़ा ताला, बाद में खोलना पड़ा

locationइंदौरPublished: Jun 17, 2019 11:25:23 am

Submitted by:

Lakhan Sharma

आईएमए की हड़ताल, निजी अस्पतालों तक सिमटी, स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में बढ़ाई व्यवस्था, सीएमएचओ डॉ. जडिय़ा सुबह से दौरे पर निकले

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एमवाय अस्पताल की ओपीडी पर हड़ताली डॉक्टरों ने जड़ा ताला, बाद में खोलना पड़ा….तीन फोटो

लखन शर्मा @ इंदौर. कोलकाता में हुई जूनियर डॉक्टरों की पिटाई से उठी चिंगारी आग बनकर पूरे देश में फैल गई है। मध्यप्रदेश में भी आज अलग-अलग डॉक्टर्स एसोसिएशन हड़ताल पर हैं, इसका असर इंदौर में भी देखा जा रहा है। मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और जूनियर डॉक्टरों ने आज सुबह एमवाय की नई ओपीडी पर ताला लगा दिया, जिसकी सूचना कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो वे मौके पर पहुंचे। इस दौरान हंगामा भी हुआ। प्रभारी डीन डॉ. अरोरा व एमवाय अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने समझाईश देकर ताला खुलवाया और सभी डॉक्टरों को ओपीडी में बैठने का कहा। ऐसे में आधे सीनियर डॉक्टर ओपीडी में पहुंचे, आधे नहीं पहुंचे। जूनियर डॉक्टर ओपीडी से नदारद रहे। उधर, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट स्वयं शहर व प्रदेश के असप्तालों के अपडेट लेते रहे। डीन डॉ. ज्योति बिंदल शहर में नहीं थीं, लेकिन बावजूद इसके वे अपडेट लेती रहीं। उन्होंने डॉक्टरों को काम पर लौटने के निर्देश दिए।

एमपी में लागू है डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट

मध्य्रपेदश में डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू होने के बावजूद यहां के सरकारी डॉक्टर भी मनमानी पर उतर आए हैं। ऐसे में प्रदेश के स्वास्थ्य से जुड़े दो विभाग जिनमें चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग शामिल हैं इनमें दो फाड़ नजर आ रही है। मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों के साथ सीनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं तो वहीं स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में आज सभी डॉक्टरों का अवकाश निरस्त कर ओपीडी का समय दो घंटे बढ़ा दिया गया है। कुछ डॉक्टर ही इस हड़ताल के पक्ष में नहीं है, कहना है घटना का राजनीतिकरण हो रहा है। अगर यह घटना बंगाल के बजाए और कहीं होती तो इतना बवाल नहीं होता, लेकिन ममता बेनर्जी के खिलाफ माहौल बनाने के लिए देशभर में अंादोलन किया जा रहा है। एमवाय में अधीक्षक डॉ. ठाकुर ने सामान्य ओपीडी में सीएमओ की ड्यूटी भी लगा दी, लेकिन १० बजे बाद कई मरीजों की लंबी कतारें लगने लगीं।
सीएमएचओ सुबह से अस्पतालों में पहुंचे

गौरतलब है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत संचालित हो रहे एमवाय अस्पताल में भी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने ओपीडी का बहिष्कार कर दिया। ऐसे में इसके बाद स्वास्थ्य विभाग का पीसी सेठी अस्पताल सबसे बड़ा अस्पताल है। जिसके चलते सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा सुबह ९ बजे से यहां पहुंच गए। अस्पताल प्रभारी डॉ. माधव हसानी भी समय से एक घंटे पहले ८ बजे ही अस्पताल में पहुंच गए और मोर्चा संभाल लिया। डॉ. जडिय़ा ने पीसी सेठी अस्पताल के अलावा, हुकमचंद पॉलीक्लिनिक का भी दौरा किया। डॉ. जडिय़ा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अस्पताल शाम ६ बजे तक ओपीडी चालू रहेगी। हमारे अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं कर रखी हैं। सभी अस्पताल प्रभारी भी सुबह से मुस्तैद हैं।
निजी अस्पतालों तक सिमटी हड़ताल

आज होने वाली हड़ताल के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज के टीसर्च एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. पूनम माथुर और सचिव डॉ. राहुल रोकड़े ने सभी डॉक्टर्स के कार्य से विरत रहने की बात कही थी। वहीं मेडिकल कॉलेज में भी शिक्षण से दूरी की बात कही थी, लेकिन हंगामे के बाद जब प्रदेशभर से दबाव आया तो कई सीनियर डॉक्टरों को पहुंचना पड़ा। हालांकि सांकेतिक विरोध में गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन शामिल हुई और अध्यक्ष डॉ. हेमंत द्विवेदी व अन्य पदाधिकारियों ने संाकेतिक विरोध की बात कही, लेकिन अस्पतालों में मुस्तैद रहे। आईएमए पदाधिकारियों ने निजी अस्पतालों में भी ओपीडी बंद रखी, जिससे हड़ताल सिर्फ निजी अस्प्तालों तक सिमट कर रह गई।

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