खजराना क्षेत्र की इशाक कॉलोनी में किशन भील रहता है। वह मूलत: सीहोर का रहने वाला है। यहां बन रहे एक निर्माणधीन मकान में वह चौकीदारी करता है। परिवार में पत्नी, एक बेटा, सुमन (7) व बहन मधु (5) है। शुक्रवार सुबह 8.30 बजे सुमन व मधु घर के बाहर खेल रही थी। उसके साथ किशन के साले जितेंद्र के बच्चे भी थे।
किशन के मुताबिक गली में रहने वाली परवीन बी व बेटे मो. इमरान आवारा कुत्तों को खाना देकर उन्हें पालते हैं। ये लोग बच्चों के पीछे कुत्तों को छू कर देते हैं। सुबह भी बच्चों को खेलता देख उन्होंने कुत्तों को छू किया। इन कुत्तों ने ही सुमन व मधु को नोंचा। दोनों बच्चियों को वे छोड़ नहीं रहे थे। उनकी चीख सुनकर कुछ दूरी पर क्रिकेट खेल रहे बच्चे वहां आए। उन्होंने बैट व पत्थर मारकर कुत्तों के चंगुल से दोनों बहनों को बचाया। घटना के चलते वहां लोग जमा हो गए। परिजन भी आए तो दोनों बहनों को एमवाय अस्पताल ले गए। यहां पर पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में दोनों बहनों का इलाज चल रहा है। मधु की हालत गंभीर है। दोपहर में उसका कई घंटे तक ऑपरेशन भी चला। डॉक्टर उस पर नजर रख रहे हैं।
महिला को मिली जमानत, बेटे को जेल परिवार की रिपोर्ट पर पुलिस ने परवीन व बेटे मो. इमरान के खिलाफ केस दर्ज किया। दोनों को पुलिस ने पकड़ा। परवीन की जमानत हो गई, जबकि इमरान को जेल भेज दिया। लोगों का आरोप है कि मां-बेटे अपने घर के बाहर आवारा कुत्तों को खाना देते हैं। इस कारण करीब 15-20 कुत्ते दिनभर जमा रहते हैं। कई बार मां बेटे ने लोगों के पीछे कुत्तों को छू करवा कर कटवाया है। पुलिस को शिकायत के बाद उन्हें समझाइश भी दी गई लेकिन उनकी हरकतें बंद नहीं हुई। बच्चियों को कुत्तों के काटने की घटना से लोग काफी गुस्से में थे। उन्होंने परवीन के घर में तोडफ़ोड़ कर दी। उस समय भी वहां पर कई कुत्ते जमा थे।