यह है मांगें
स्कूल संचालक, प्रिंसिपल, जिम्मेदार आरटीओ अधिकारी आदि पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिफ्तार करें।
इंदौर के बायपास की सर्विस लेन में कई जगह तकनीकी खामियां हैं, जिससे एक्सीडेंट होते हंै, इसे शीघ्र दूर किया जाए।
सर्वोच्च न्यायालय के स्कूल बसों को जारी किए दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करवाया जाए। स्कूल बसों की अधिकतम आयु १० वर्ष की जाए।
उच्च स्तरीय न्यायिक जांच एवं प्रभावित परिवारों एवं ड्राइवर आदि को उचित मुआवजा दिया जाए।
स्कूल बसों के जीपीएस और स्पीड लिमिट डिवाइस को ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम से लिंक किया जाए।
स्कूल बसों के पीेछे स्कूल प्रबंधन के साथ पुलिस प्रशासन का नंबर भी लिखवाया जाए।
स्कूली वाहनों के संचालकों से सुरक्षा एवं नियमों के पालन का शपथ पत्र लिया जाए।
स्कूली वाहन चालकों और सह चालकों का चरित्र प्रमाणमत्र लिया जाए और स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाए।
स्कूली वाहन चालक व सहचालकों के लिए नियमित प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएं।
बीआरटीएस कॉरिडोर से स्कूली वाहनों का परिवहन शुरू किया जाए।
स्कूल बस हादसे में जिन घायलों का इलाज बॉम्बे हॉस्पिटल व अन्य में चल रहा है, उनके स्वास्थ्य के संबंध में दैनिक प्रेस नोट जारी किया जाए।
स्कूल संचालक, प्रिंसिपल, जिम्मेदार आरटीओ अधिकारी आदि पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिफ्तार करें।
इंदौर के बायपास की सर्विस लेन में कई जगह तकनीकी खामियां हैं, जिससे एक्सीडेंट होते हंै, इसे शीघ्र दूर किया जाए।
सर्वोच्च न्यायालय के स्कूल बसों को जारी किए दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करवाया जाए। स्कूल बसों की अधिकतम आयु १० वर्ष की जाए।
उच्च स्तरीय न्यायिक जांच एवं प्रभावित परिवारों एवं ड्राइवर आदि को उचित मुआवजा दिया जाए।
स्कूल बसों के जीपीएस और स्पीड लिमिट डिवाइस को ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम से लिंक किया जाए।
स्कूल बसों के पीेछे स्कूल प्रबंधन के साथ पुलिस प्रशासन का नंबर भी लिखवाया जाए।
स्कूली वाहनों के संचालकों से सुरक्षा एवं नियमों के पालन का शपथ पत्र लिया जाए।
स्कूली वाहन चालकों और सह चालकों का चरित्र प्रमाणमत्र लिया जाए और स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाए।
स्कूली वाहन चालक व सहचालकों के लिए नियमित प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएं।
बीआरटीएस कॉरिडोर से स्कूली वाहनों का परिवहन शुरू किया जाए।
स्कूल बस हादसे में जिन घायलों का इलाज बॉम्बे हॉस्पिटल व अन्य में चल रहा है, उनके स्वास्थ्य के संबंध में दैनिक प्रेस नोट जारी किया जाए।
स्कूल बस के ड्राइवर-कंडक्टर को दी सीख
डीपीएस बस हादसे को देखते हुए कल एक वर्कशॉप आयोजित की गई। डीआरपी लाइन पर इस कार्यक्रम में स्कूल वाहनों के ड्राइवर, कंडक्टर और मेंटेनेंस देखने वालों को बुलाया गया। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र भी उपस्थित थे। इस दौरान इन सभी को बताया गया कि स्कूली वाहनों में किन बातों का ध्यान रखें। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के साथ ही दूसरे नियम कायदे के बारे में बताया गया।