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2 लाख चालक बिना ड्रायविंग लाइसेंस के दौड़ा रहे गाडि़यां

locationइंदौरPublished: Jul 15, 2021 01:29:01 am

शहर में जितनी गाडि़यां रजिस्टर्ड उसके मुताबिक नहीं जारी हुए लाइसेंस

2 लाख चालक बिना ड्रायविंग लाइसेंस के दौड़ा रहे गाडि़यां
इंदौर. शहर में ट्रैफिक नियमों को तोडऩे वाले बड़ी संख्या में देखे जा सकते हैं। दो-चार पहिया पर बिना नंबर-सीट बेल्ट समेत कई नियम सडक़ों पर रोजाना टूटते हैं। नियमों को ठेंगा दिखाने वाले करीब २ लाख चालक एेसे हैं, जो बिना ड्रायविंग लाइसेंस वाहन चला रहे हैं। चौराहे-चौराहे पर चेकिंग करने वाली पुलिस रजिस्टर्ड गाडि़यों के अनुपात में लोगों से ड्रायविंग लाइसेंस नहीं बनवाने में असफल रही है।
आरटीओ में करीब 18 लाख वाहन रजिस्टर्ड हैं, उसके मुकाबले करीब साढ़े 12 लाख लाइसेंस ही जारी किए गए हैं। परिवहन एक्सपर्ट बताते हैं कि कुल रजिस्टर्ड वाहनों के 80 प्रतिशत लाइसेंस होना चाहिए। इससे साफ जाहिर है कि बाकी लोग बिना लाइसेंस के ही गाडि़यां दौड़ा रहे हैं। परिवहन विभाग और पुलिस आए दिन ट्रैफिक जागरूकता कार्यक्रम और चालानी कार्रवाई करती है, लेकिन इन आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सरकारी प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। ड्रायविंग लाइसेंस जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज के महत्व को दरकिनार बिना लाइसेंस की गाडि़यां दौड़ाते हैं।
कुल रजिस्टर्ड गाडि़यों का ८० प्रतिशत लाइसेंस होना चाहिए
कुल रजिस्टर्ड गाडि़यों का ८० प्रतिशत लाइसेंस होना चाहिए शहर में नाबालिग भी बड़ी संख्या में वाहन चलाते हैं। ये आंकड़ा तो केवल १८ प्लस का है। नाबालिगों को जोड़ा जाए तो संख्या और भी बढ़ेगी। हालांकि नाबालिग वाहन नहीं चला सकते। परिवहन के एक्सपर्ट बताते है कि जिन घरों में या एक व्यक्ति के नाम पर 3 या 3 वाहन है। उसके पीछे ये मानसिकता होती है परिवार का हर सदस्य उन गाडि़यों का उपयोग करेगा। एेसे परिवारों के नाबालिग और अन्य सदस्य भी वाहन दौड़ाते हैं। उन व्यक्तियों की संख्या बेहद कम है जो च्वाइस के हिसाब से १ से अधिक वाहन रखते हैं। परिवहन एक्सपर्ट के मुताबिक एेसे लोगों की संख्या 20 प्रतिशत है। अधिकारी कहते है कुल रजिस्टर्ड वाहनों का करीब 80 प्रतिशत लाइसेंस तो होना ही चाहिए।
चलाते हैं जागरूकता अभियान
इसका एक ही तरीका है कि फिजिकल रूप से वाहनों की चेकिंग हो। पुलिस रोजाना कार्रवाई करती है। कार्रवाई के दौरान लाइसेंस प्राथमिकता से चेक किया जाता है। समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाते हैं। वाहन चालकों को बिना लाइसेंस के गाड़ी नहीं चलाना चाहिए।
-उमाकांत चौधरी, डीएसपी, ट्रैफिक
समय-समय पर करते हैं कार्रवाई
जितनी गाडि़यां रजिस्टर्ड होती हैं, उसके अनुपात में ही ड्रायविंग लाइसेंस हो ये जरूरी नहीं, क्योंकि गाडि़यां उनके नाम पर भी रजिस्टर्ड होती हैं, जो वाहन नहीं चलाते हैं। ये बात भी सही है कई लोग बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाते हैं। समय-समय पर परिवहन विभाग जागरूकता और कार्रवाई का अभियान चलाता है।
-जितेन्द्र सिंह रघुवंशी, आरटीओ
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