बीते दिन पुलिस पंचायत में अलग ही दृश्य दिखा। 60 वर्षीय रिटायर्ड बैंककर्मी ने एडिशनल डीसीपी डॉ प्रशांत चौबे, काउंसलर डॉ आर डी यादव, पुरुषोत्तम यादव, बीडी कुशगोतिया के समक्ष अपनी परेशानी रखी। नम आंखों से पिता कहने लगे उनका 25 वर्षीय बेटा नशे के गिरफ्त में है। हालात यह हो गए है की बेटा घर के मोबाइल और वाहन चोरी कर बेचता है और हर प्रकार के नशे कर रहा है। अब उन्हें बेटे की बर्बादी का रास्ता नजर आ रहा है। पिता ने थक हारकर पुलिस पंचायत की शरण ली है।
यहां भी किया परेशान
62 वर्षीय पिता ने अपने बेटे की शिकायत की है। उन्होंने बताया बेटा अपने बच्चों के पीछे चाकू लेकर दौड़ता है। बहू के द्वारा जहर खिलाकर मारने की धमकी देता है। भरण पोषण न देते हुए वह घर से निकालने की धमकी देता है। उसे काफी समझाइश दी, लेकिन उसकी आदतों में सुधार नहीं हो रहा। बैठक में बेटे को बुलाया गया। उसने 2 अगस्त तक मकान खाली करने की बात कही है।
पिता का दर्द छलका को बेटे को किया तलब
एडीसीपी चौबे ने बताया, पिता कहने लगे की अब बेटा उन्हें संपत्ति से बेदखल की धमकी देता है। वह संपत्ति बेचने की बात कहता है। उसे किसी भी हाल में नशा चाहिए। शायद ही कोई नशा होगा जो उसने न किया हो। पिता की पीढ़ा सुन तत्काल उनके बेटे को काउंसलिंग के लिए बुलाया था। उस दौरान बेटे ने अपनी गलती स्वीकारी। आत्मग्लानी होने पर वह रोते हुए नशा छोड़ने का संकल्प लेने लगा।