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लाइसेंस समर्पण करने के बाद भी बना रहा था दवाइयां

locationइंदौरPublished: Feb 18, 2020 10:59:49 pm

देवास नाका में कार्रवाई, एक टन पोटेशियम परमेगनेट भी जब्त

लाइसेंस समर्पण करने के बाद भी बना रहा था दवाइयां

लाइसेंस समर्पण करने के बाद भी बना रहा था दवाइयां

इंदौर. क्राइम ब्रांच व आयुष विभाग की टीम ने देवास नाका की दवा फैक्टरी में छापा मारा। आरोप है कि लाइसेंस समर्पण करने के बाद भी दवाइयां बनाने के साथ ही उसका स्टॉक किया जा रहा था। यहां से दवा के सेंपल लेकर जांच के लिए भेजे है।
एएसपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक, मेडविन व सीमा इंटरनेशनल फार्माटेक कंपनी ेदेवास नाका पर टीम ने छापा मारा। आयुष विभाग की टीम भी साथ थी। खाद सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत दी जाने वाली अनुमति के बिना सायरप, आइल, एनर्जी पावडर, लूज ग्लूकोज पावडर पैक कर बाजार में बेचने के लिए रखा था। टीम को मौके पर बड़ी संख्या में दवाइयां मिली। अफसरों के मुताबिक, दवाइयां जिस लाइसेंस के तहत बनाई जा रही थी वह फैक्टरी संचालक 23 फरवरी 2020 लाइसेंस अथारिटी ऑफ फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन भोपाल को समर्पण करने के लिए लिख चुका था। आरोप है कि इसके बाद भी फैक्टरी में दवा का निर्माण करने के साथ ही उसे बेचने के लिए स्टाक किया जा रहा था। साथ ही करीब एक टन ज्वलनशील पोटेशियम परेमेगनेट भी वहां से जब्त हुआ। आयुष विभाग की टीम ने दवाइयों के सेंपल लिए है जिन्हें जांच के लिए भेजा और आगे कार्रवाई का जा रही है।
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