ग्वाला कॉलोनी के समीप स्थित सिरपुर तालाब में गाद साफ करते वक्त निगमकर्मी ने कीचड़ में फंसी लाश देख निगम के १४ नंबर जोन, हवा बंगला में बैठे अधिकारियों को सूचना दी। विनोद सरदार ने उन्हें बताया की जब वह पोकलेन से तालाब की गाद व जलकुंभी हटाने का कार्य करने लगा। तभी पंजे से गाद में फसी लकड़ी की नाव टकरा गई। उसने नाव को पंजे से हटाया तो उसमें कई दिन पुरानी लाश देख घबरा गया। निगम अधिकारी ने जोन के सुपरवाइजर रंजित करोसिया को सूचना दी। मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने तत्काल पुलिस में सूचना दी। एसआई हरेंद्र यादव थाने की टीम के साथ वहां पहुंचे। शव को गाद से निकलवाया। जिस नाव में शव फंसा था उसमें एक नीले रंग की त्रिपाल व दो गोदड़ी भी रखी थी। शव त्रिपाल व गोदडी के उपर रखा था। एफएसएल अधिकारी बीएल मंडलोई भी टीम के साथ पहुंचे। शव के हाथ पर अर्जुन भारती लिखा है। उसके हाथ से घड़ी भी मिली है। वहीं शर्ट पर एसएस ब्रदर्स नाम का टेग भी लगा है। शव का सिर बुरी तरह से कुचला दिखा। अधिकारी मान रहे है की उसकी सिर कुचल कर हत्या करने के बाद किसी ने शव तालाब में ठिकाने लगाया है। शरीर में कई चोट के निशान देख थाना पुलिस ने हत्या की आशंका जताई है। शव पानी में डिकम्पोज हो गया है। उसे देख अधिकारी मान रहे है की शव का पानी में पड़े तीन दिन से उपर हो चुके है। शव जब्त कर पीएम के लिए एमवाय पहुंचा है। एसआई यादव ने बताया की मृतक की पहचान नहीं हो सकी। कई थानों से गुमशुदा का रिकार्ड जुटा रहे है। वहीं निगमकर्मी विनोद सरदार ने पुलिस पूछताछ में बताया की वह पोकलेन मशीन के ड्राइवर है। २२ नवंबर से वे तालाब की सफाई कार्य में जुटे है। सुबह से ही वे मशीन से तालाब की गाद व जलकुंभी हटाने के कार्य में जुटते है।