राखी और ईद पर जेल के अंदर जाकर महिलाएं अपने परिजनों से मिल सकती हैं और उन्हें मिठाई खिला सकती है। बुधवार को भी सुबह आठ बजे से ही मुलाकात शुरू हो गई थी जो की शाम पांच बजे के लगभग तक जारी रही। वहां पर मिलने वालों किसी भी धर्म के हों सभी को मुलाकात दी जा रही थी। मुस्लिम महिलाओं से ज्यादा हिंदू वहां पर पहुंचे थे। जेल में बंद परिजनों से मुलाकात कर मिठाई भी खिलाई। इसके लिए जेल में विशेष व्यवस्था की गई थी। सेंट्रल जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी ने बताया कि लगभग पांच हजार 500 लोगों ने कल मुलाकात की है।
इसमें सभी धर्म के लोग शामिल हैं। जेल में कोई भी त्यौहार हो वह धर्म से परे रहता है। जहां नवरात्रि में मुस्लिम उपवास करते हैं जो रमजान में हिंदू रोजा रखते हैं। जेल में करीबन 200 कैदियों ने रोजा रखा था। उनके खाने पीने की सारी व्यवस्था हिंदू कैदियों ने संभाल रखी थी। वह रात में एक बजे उठकर खाना बना रहे थे ताकि सुबह रोजदार खाना खा सकें।