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बेटा नहीं पूछता हाल-चाल, अब पुलिस की मेहनत आखिरकार रंग लाई

locationइंदौरPublished: Jul 23, 2021 05:14:18 pm

Submitted by:

Ashtha Awasthi

वे चाहते थे कि बेटा दो-चार दिन में आकर उनका हाल- चाल पूछ ले। कुछ जरूरी दवाई उन्हें ला दे….

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senior citizens act

इंदौर। बुजुर्ग पिता को शिकायत थी कि बेटा उनका हाल-चाल नहीं पूछता। वे उससे भरण-पोषण का पैसा भी नहीं चाहते, बस जरूरी दवाई उन्हें दिला दे। छह महीने तक चली काउंसलिंग के बाद आखिर बेटा इस बात के लिए तैयार हो गया। एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने बताया, सीनियर सिटीजन ने अपने बेटे की शिकायत की। चार साल से बेटा अलग रहता है। उनकी देखभाल नहीं करता। वे चाहते थे कि बेटा दो-चार दिन में आकर उनका हाल- चाल पूछ ले। कुछ जरूरी दवाई उन्हें ला दे।

वे भरण-पोषण का पैसा भी नहीं चाहते। छह महीने से बेटे की काउंसलिंग की जा रही थी। उसे बताया, पिता की देख-रेख करना उसका दायित्व है। अगर वह पिता की देखरेख नहीं करेगा तो सीनियर सिटीजन अधिनियम के तहत उस पर कार्रवाई होगी। पुलिस की मेहनत आखिरकार रंग लाई। बुधवार को हुई काउंसलिंग के बाद वह पिता की देखरेख करने व मिलने के लिए घर जाने को तैयार हो गया।

लसूड़िया क्षेत्र निवासी महिला ने शिकायत की। पति को पैरालिसिस हो गया है। एक किराएदार था, वह भी मकान खाली कर गया। तब अलग रहने वाला बेटा जबरन घर आकर कमरे पर कब्जा कर लिया। काउंसलिंग में बेटे-बहू ने गलती मानते हुए माता-पिता का ध्यान रखने की बात कही।

पेंशन का पैसा ले लिया

परदेशीपुरा निवासी वृद्धा को पति की मौत होने पर पेंशन मिलती। वृद्धा ने तीनों बेटो में पैसा बराबर से बांट भी दिया फिर भी उन्हें परेशान करते व भरण-पोषण भी नहीं करते। काउंसलिंग में समझाइश के बाद बेटों ने मां के पैर पकड़कर माफी मांगी व भरोसा दिया कि आगे से उन्हें परेशान नहीं करेंगे।

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