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मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती, सुनवाई नहीं हो रही तो तत्काल इन दो नंबरों पर लगाएं फोन

locationइंदौरPublished: Jun 08, 2019 05:46:55 pm

व्यवस्था सुधारने में लगी कंपनी, अब पांच तरह से की जा सकेंगी शिकायतें, रात में फोन न उठाने वाले अफसरों पर होगी कार्रवाई

बिजली कटौती

बिजली कटौती

इंदौर. बिजली कटौती को लेकर शहर सहित पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। इसके चलते पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी प्रबंधन सप्लाय व्यवस्था को सुधारने में लगा हुआ है, क्योंकि कटौती को लेकर प्रदेश कांग्रेस सरकार का रूख सख्त हो गया है। इसलिए बिजली वितरण कंपनी ने बिना वजह कटौती होने पर सुनवाई न होने पर सीधे चीफ इंजीनियर (सीई) और सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर (एसई) को फोन लगाने की व्यवस्था कर कर दी है। इसके साथ ही अब पांच तरह से बिजली संबंधी शिकायतें दर्ज होंगी। वहीं रात में फोन न उठाने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। चीफ इंजीनियर संजय मुहासे का नंबर 89899-83763 और सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर अशोक शर्मा का नंबर 89899-83837 है। इस पर आप कॉल कर सकते हैं। इनके अलावा जोन के सहायक यंत्री और कार्यपालन यंत्री को भी फोन लगाया जा सकता है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से लगातार हो रही बिजली कटौती ने जहां मुख्यमंत्री कमल नाथ की चिंता बढ़ा दी है, वहीं विपक्ष की पार्टी भाजपा को बैठे-बिठाए कांग्रेस सरकार को घेरने का एक अच्छा मुद्दा मिल गया है। बिजली कटौती को लेकर शहर में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और प्रदेश कांग्रेस सरकार को जमकर कोसा जा रहा है। अचानक सप्लाय व्यवस्था के बिगडऩे पर मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री के साथ ऊर्जा विभाग द्वारा बिजली अफसरों को फटकार अलग लगाई जा रही है। साथ ही प्रदेश में बिजली सप्लाय व्यवस्था में सुधार लाने के सख्त निर्देश अलग दिए गए हैं। पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी प्रबंधन ने शहर की सप्लाय व्यवस्था को सुधारने के लिए जहां मेंटेनेंस का शेड्यूल जारी किया है वहीं बिना वजह से होन वाली बिजली कटौती को लेकर जनता के शिकायत करने पर सुनवाई न होने पर व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है। कंपनी के मुख्य प्रबंधक विकास नरवाल ने व्यवस्थाओं में बदलाव करते हुए अफसरों और इंजीनियरों को निर्देशित किया है कि बिजली बंद होने की सूचना मिलते ही कार्रवाई प्रारंभ हो जाए ताकि उपभोक्ता को जल्द से जल्द समाधान नजर आए। बिजली अधिकारी अपने फोन पर जवाब रात को भी देंगे व समाधान को लेकर गंभीरता बरतेंगे। इस काम में लापरवाही करने पर कठोरतम कार्रवाई होगी। इसमें निलंबन एवं बर्खास्तगी तक संभव है।
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1912, कॉल सेंटर, ऊर्जस एप पर भी शिकायत

मुख्य प्रबंधक नरवाल ने कहा कि उपभोक्ता 1912 टोल फ्री कॉल सेंटर पर, जोन के लैंड लाइन नंबर पर, जोन के कर्मचारी के मोबाइल पर, ऊर्जस एप पर बिजली बंद होने की शिकायत कर सकता है। स्वयं जोन पर चलकर आकर शिकायत दर्ज करा सकता है। साथ ही इन मामलों में समय पर समाधान न होने पर वह एई, डीई, एसई व सीई तक भी बात कर समाधान प्राप्त कर सकता है। फ्यूज काल यानि बिजली बंद होने की सूचना के तत्काल बाद कार्रवाई पर गंभीरता पूर्वक मॉनिटरिंग की जा रही है। किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की लापरवाही सामने आने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
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अब जनता नहीं रहेगी नाराज

एमडी नरवाल ने बताया कि उपभोक्ता संतुष्टि दो प्रकार से तत्काल प्रभाव से प्रारंभ की गई है। पहला उसे उचित जवाब दिया जाए। दूसरा समय पर समाधान भी हो। इससे उपभोक्ता की नाराजगी नहीं रहेगी। अब शाम 4 से रात 12 बजे तक 2 व्यक्ति बिजली संबंधी शिकायतें सुनेंगे। रात 12 से सुबह 8 और सुबह 8 से शाम 4 बजे तक की शिफ्ट में भी उपभोक्ताओं की सुनवाई कर समाधान किया जाएगा।
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