मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में वर्षों से जमे अधिकारियों पर अब सरकार की पैनी निगाह है। भाजपा सरकार में दूसरे विभागों और एक ही जिले में काफी समय से कार्यरत ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है। साथ विभिन्न योजनाओं में भ्रष्टाचार करने के साथ ही लापरवाही करने वाले अधिकारियों की अब खैर नहीं है।
ऐसे अधिकारियों को लोकसभा चुनाव के बाद हटाया जाएगा और जो अधिकारी दूसरे विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आने वाले अधिकारियों को भी वापस उनके मूल विभाग में भेजा जाएगा। गौरतलब है चुनाव के एनवक्त पर भाजपा के प्रति निष्ठा जताने वाले कर्मचारियों पर भी ऊर्जा मंत्रालय की निगाह है। ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया जाएगा। उज्जैन के सुसनेर विधायक द्वारा आईपीडीआर योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत होने के बाद अब अन्य जिलों में भी इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए एक टीम बनाई जा रही है।
ऐसे अधिकारियों को लोकसभा चुनाव के बाद हटाया जाएगा और जो अधिकारी दूसरे विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आने वाले अधिकारियों को भी वापस उनके मूल विभाग में भेजा जाएगा। गौरतलब है चुनाव के एनवक्त पर भाजपा के प्रति निष्ठा जताने वाले कर्मचारियों पर भी ऊर्जा मंत्रालय की निगाह है। ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया जाएगा। उज्जैन के सुसनेर विधायक द्वारा आईपीडीआर योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत होने के बाद अब अन्य जिलों में भी इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए एक टीम बनाई जा रही है।
मेरे संज्ञान में है कई अधिकारी काफी समय से एक ही जिले में वर्षों से जमे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद बड़ी सर्जरी की जाएगी। इसके लिए सूची भी तैयार की जा रही है। प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों को भी वापस उनके विभाग भेजा जाएगा। आईपीडीआर योजना में कुछ जिलों से भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है। उसकी भी जांच की जा रही है।
प्रियव्रत सिंह, ऊर्जा मंत्री, मप्र