चेक बाउंस होने पर एफआईआर न कराने पर बिजली अफसर होंगे दोषी
बिजली कंपनी में इंदौर शहर के लंबित हैं 1500 से ज्यादा प्रकरण, 4 करोड़ रुपए बकाया

इंदौर. बिजली बिल का बकाया पैसा न चुकाने पर पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने सख्ती करने के साथ कनेक्शन काटने और चल-अचल संपत्ति जब्त करना शुरू की। इससे बचने के लिए कई उपभोक्ताओं ने बिल का बकाया पैसा चुकाते हुए चेक थमा दिया। बिजली वितरण कंपनी के अफसरों ने चेक क्लीयर कराने के लिए बैंक में लगाया तो बाउंस हो गया। इंदौर शहर में चेक बाउंस के 1500 से ज्यादा प्रकरण लंबित हैं और 4 करोड़ रुपए की राशि बकाया।
जिन उपभोक्ताओं के चेक बाउंस हुए हैं उनके खिलाफ पुलिस थाने में तुरंत एफआईआर कराने के निर्देश बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक विकास नरवाल ने दिए हैं । साथ ही चेतावनी दी है कि चेक बाउंस के मामले में कार्रवाई न होने पर संबंधित अफसर को दोषी ठहराया जाएगा और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।
ये निर्देश प्रबंध निदेशक नरवाल ने शनिवार को उस समय दिए जब वे पोलोग्राउंड स्थित कंपनी मुख्यालय में इंदौर व उज्जैन संभाग के 15 जिलों के अधीक्षण यंत्रियों समेत वरिष्ठ अफसरों की बैठक ले रहे थे। चेक बाउंस के मामले निपटाने सहित बिजली बिल की बकाया राशि वसूलने को लेकर भी प्रबंध निदेशक ने टारगेट दिया। उन्होंने बिजली अफसरों को सख्त लहजे में कहा कि तुम्हारा काम बोलना चाहिए। काम और सेवाओं को प्रगति ही आपको कंपनी में बेहतर मुकाम दिलाएगी वरना बदल दिए जाओगे। बैठक में सीजीएम मनोज पुष्प, डायरेक्टर मनोज झंवर, संजय मोहासे, गजरा मेहता, शहर अधीक्षण यंत्री सुब्रतो राय, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री अशोक शर्मा मौजूद थे।
बिजली बंद करने की सूचना दें जनप्रतिनिधियों को
प्रबंध निदेशक नरवाल ने अफसरों को निर्देशित किया है कि इंदौर व अन्य 80 शहरों व कस्बों में आईपीडीएस के तहत चल रहे बिजली के काम में तेजी लाएं। इंदौर का काम अगले डेढ़ से दो माह में हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए। मेंटेनेंस और नए काम के लिए बिजली बंद रखें तो जन प्रतिनिधियों को भी सूचना दें ताकि उन्हें हकीकत पता रहे और जन आक्रोश का माहौल न बन पाए। उन्होंने गर्मी में मेंटेनेंस, पेयजल, मवेशियों के पानी के लिए भी इंतजाम पर निगाह रखने का कहा। उन्होंने स्टोर प्रभारी को तार, ट्रांसफॉर्मर, केबल, पोल का पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए।
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