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बिजली के ‘शट डाउन ने रोकी इको फ्रेंडली स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क की राह

locationइंदौरPublished: Jun 14, 2019 02:39:10 pm

बिजली नहीं होने से पानी सप्लाय की टेस्टिंग नहीं हो पा रही

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बिजली के ‘शट डाउन ने रोकी इको फ्रेंडली स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क की राह

इंदौर. इंदौर के पास पीथमपुर में करीब 1200 एकड़ जमीन पर देश के सबसे बड़े इको फ्रेंडली स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क का करीब 95 प्रतिशत काम का पूरा हो गया है, शेष सिर्फ बिजली के ‘शट डाउन के कारण अटका हुआ है। पूरे पार्क में बिजली सप्लाय के लिए पोल (खंबे) तो लगा दिए हैं, लेकिन इन पर लाइन (तार) लगाने के लिए बिजली कंपनी की तरफ से शट डाउन नहीं मिल रहा है। करीब एक सप्ताह तक प्रतिदिन कुछ घंटों के लिए बिजली कंपनी शट डाउन (क्षेत्र की बिजली बंद) दे तो यह काम भी पूरा हो जाए। बिजली नहीं होने से पानी सप्लाय की टेस्टिंग का काम भी अटका हुआ है। करीब दो साल पहले औद्योगिक केंद्र विकास निगम (एकेवीएन) ने इसका काम शुरू किया था और जून 2019 में इसे पूरा करने का दावा किया था। पार्क का काम समय से पूरा हो गया है।
6 हजार करोड़ का निवेश आया

एकेवीएन एमडी कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, इस पार्क में करीब १५ हजार करोड़ रुपए के निवेश का अनुमान है। अब तक 22 कंपनियों को जमीन आवंटित कर दी गई है, जिनसे 6 हजार करोड़ का निवेश तो आ भी चुका है। पूरे पार्क में करीब 25 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। पार्क में पांच कंपनियों ने अपनी फैक्ट्रियों का निर्माण शुरू कर दिया हैं, जल्द ही यहां ंसे उत्पादन भी शुरू होने लगेगा। शट डाउन नहीं मिलने से बिजली की लाइन नहीं डाली जा सकी है, उम्मीद है जल्द ही हमें शट डाउन मिलेगा।
1200 एकड़ जमीन पर बना
15 हजार करोड़ के निवेश का अनुमान
25 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
11 हेक्टेयर में लॉजिस्टिक पार्क

डेढ़ लाख पौधे ,2 हेक्टेयर में तालाब

स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क में कुल 108 इंडस्ट्रीयल प्लॉट उद्योग के लिए आरक्षित हैं, इनमें से 22 अलॉट किए जा चुके हैं। प्लाटों की साइज एक से लेकर 3 हेक्टेयर तक है। एक हेक्टेयर के 27 प्लॉट हैं, जबकि 2 हेक्टेयर के 26 प्लॉट हैं। बाकी प्लॉट 3 हेक्टेरयर के हैं। पार्क की 200 एकड़ जमीन जापानी कंपनियों के लिए आरक्षित है। पूरे पार्क को ग्रीन रखने के लिए करीब डेढ़ लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। 2 हेक्टेयर में तालाब बनाया है। करीब चार किमी लंबी नहर और उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए वॉकिंग ट्रेक भी तैयार है।
22 किलोमीटर की सड़कें

कार्यपालन यंत्री सुनील पाल ने बताया, पार्क में करीब 22 किमी सीमेंटेड सड़क बनाई गई हैं। मुख्य सड़कें 45 मीटर, जबकि आंतरिक सड़कें 36 मीटर चौड़ी हैं। 1200 एकड़ में से करीब 2.50 हेक्टेयर हिस्से में तालाब है। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में करीब चार किमी की एक नहर है, जिससे पूरे क्षेत्र में वॉटर रिचार्जिंग भी हो रहा है। इस औद्योगिक क्षेत्र की खास बात यह है कि यहां की मुख्य सड़कों पर उद्योगों में आने वाले ट्रक, ट्रॉलों या अन्य वाहनों की पार्र्किंग नहीं होगी। सामान उतारने-चढ़ाने के बाद गाडिय़ां वहीं खड़ी होंगी।
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