सौम्या व्हीकल्स के कैशियर अश्विन पिता दिनेश गोस्वामी ने गबन किया है। आरोपी शोरूम पर कैशियर के साथ वाहनों को बेचने के लिए एजेंट भी था। उसे वाहन बेचने पर कमीशन भी मिलता था। ग्राहक वाहन को क्रय करने की बड़ी रकम चेक से देने के साथ ही कुछ रकम नकद भी देते थे। जो रोज आरोपी के पास ही जमा होती थी। वर्कशॉप पर आने वाले ग्राहकों की रकम भी इसी के पास होती थी। प्रतिदिन कलेक्शन के बाद कंपनी की ओर से अधिकृत दो अलग-अलग खातों में जमा करवाने का काम होता था। इसी बीच आरोपी ने गबन किया है।
मैनेजर दिनेश देहाडराय ने बताया कि आरोपी अश्विन को चार माह पहले 17 मार्च को ही नौकरी पर रखा गया था। बैंक में रुपए जमा करवाने की रसीद आरोपी मैनेजर को दिखाकर अपने पास रख लेता था। इस तरह से करीब 9 जून तक आरोपी ने प्रतिदिन यही काम किया। इसके बाद 10 जून से बीमारी का बहाना बनाकर आरोपी ने शोरूम पर आना बंद कर दिया। शोरूम के अन्य कर्मचारी आरोपी के धार की इंद्रा कॉलोनी में स्थित घर पर देखने के लिए पहुंचे तो आरोपी नहीं मिला। ऐसे में मैनेजर ने इस बात की सूचना इंदौर ऑफिस में दी। जहां से एक टीम अकाउंट की जांच के लिए धार आई तो आरोपी के गबन करने की जानकारी सामने आई है।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने के साथ ही कंपनी की ओर से दिए गए दस्तावेज जब्त किए है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने बैंक में जमा होने वाली रसीद पर लगने वाली सील को ही फर्जी तरीके से बना लिया। जिसका उपयोग मैनेजर को दिखाई देने वाली जमा रसीद में करने लगा। आरोपी मूलत बड़वानी जिले का रहने वाला हैं। ऐसे में आरोपी की तलाश में पुलिस टीम जुट गई है। साथ ही नियुक्ति दिनांक से 9 जून तक के कैमरों की रिकॉर्डिंग भी पुलिस देख रही है। टीआई समीर पाटीदार के अनुसार शोरूम की ओर से आवेदन प्राप्त होने पर पुलिस ने कार्रवाई की है। आरोपी ने 49 लाख 9 हजार रुपए का गबन किया है। बैंकों से भी मदद ली जा रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होगा।
मैनेजर दिनेश देहाडराय ने बताया कि आरोपी अश्विन को चार माह पहले 17 मार्च को ही नौकरी पर रखा गया था। बैंक में रुपए जमा करवाने की रसीद आरोपी मैनेजर को दिखाकर अपने पास रख लेता था। इस तरह से करीब 9 जून तक आरोपी ने प्रतिदिन यही काम किया। इसके बाद 10 जून से बीमारी का बहाना बनाकर आरोपी ने शोरूम पर आना बंद कर दिया। शोरूम के अन्य कर्मचारी आरोपी के धार की इंद्रा कॉलोनी में स्थित घर पर देखने के लिए पहुंचे तो आरोपी नहीं मिला। ऐसे में मैनेजर ने इस बात की सूचना इंदौर ऑफिस में दी। जहां से एक टीम अकाउंट की जांच के लिए धार आई तो आरोपी के गबन करने की जानकारी सामने आई है।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने के साथ ही कंपनी की ओर से दिए गए दस्तावेज जब्त किए है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने बैंक में जमा होने वाली रसीद पर लगने वाली सील को ही फर्जी तरीके से बना लिया। जिसका उपयोग मैनेजर को दिखाई देने वाली जमा रसीद में करने लगा। आरोपी मूलत बड़वानी जिले का रहने वाला हैं। ऐसे में आरोपी की तलाश में पुलिस टीम जुट गई है। साथ ही नियुक्ति दिनांक से 9 जून तक के कैमरों की रिकॉर्डिंग भी पुलिस देख रही है। टीआई समीर पाटीदार के अनुसार शोरूम की ओर से आवेदन प्राप्त होने पर पुलिस ने कार्रवाई की है। आरोपी ने 49 लाख 9 हजार रुपए का गबन किया है। बैंकों से भी मदद ली जा रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होगा।