आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को इस चुनौती में हिस्सा लेने के लिए आज तक आवेदन करने का समय दिया था लेकिन ज्यादातर दलों ने इसे स्वीकार करने के बजाय इसकी प्रक्रिया पर ही सवाल उठाकर उसमें बदलाव की मांग की।
आयोग के सूत्रों के अनुसार केवल राकांपा ने ही उसकी चुनौती को स्वीकार किया है जबकि आठ राजनीतिक दलों ने अलग-अलग मांग करते हुए आयोग को पत्र लिखे हैं। राकांपा ने इस चुनौती में हिस्सा लेने के लिए अपने तीन प्रतिनिधियों के नाम आयोग को भेजे हैं।
आयोग ने कहा है कि राकांपा के आवेदन को देखते हुए तीन जून को सुबह दस बजे से दो बजे तक मशीनों में छेड़छाड़ से सम्बन्धित कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए मशीनें पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से मंगाई जाएंगी।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आयोग को पत्र लिखकर मशीनों को हैक करने की प्रक्रिया की शर्ताें में ढील देने की मांग की है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने इस प्रदर्शन को देखने की इच्छा जताई है जबकि ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है।