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मूक-बधिर से छेड़छाड़ के 11 दिन बाद दर्ज हुआ केस, पति को ऐसे बताई घटना

पुलिस का गैरजिम्मेदार रवैया : पुलिस ने महिला के पति पर केस दर्ज कर 5 घंटे थाने में बैठाए रखा, एसएसपी को गुहार लगाई तब पुलिस ने बुलाया साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट

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इंदौर

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Reena Sharma

Jul 05, 2019

indore

मूक-बधिर से छेड़छाड़ के 11 दिन बाद दर्ज हुआ केस, पति को ऐसे बताई घटना

इंदौर. मूक-बधिर दंपती की पीड़ा के प्रति पुलिस का गैरजिम्मेदार रवैया उजागर हुआ है। मूक-बधिर महिला से छेड़छाड़ हुई। पति ने आरोपी को समझाया तो उसने उनके खिलाफ ही झूठी शिकायत कर दी। पुलिस ने मूक-बधिर पति को 5 घंटे थाने में बैठाए रखा। दंपती ने शिकायत की तो कई दिन तक पुलिस समझ ही नहींं पाई। आखिरकार विशेषज्ञ को बुलाया, तब जाकर 11 दिन बाद छत्रीपुरा पुलिस ने मूकबधिर महिला से छेड़छाड़ के मामले में मनीष निवासी जोशी मोहल्ला के खिलाफ केस दर्ज किया।

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आरोपी मनीष कई बार महिला से घर पर छेड़छाड़ कर चुका है। 22 जून को भी वह घर पहुंचा और उनके छह साल के बेटे को सामान लेने भेजकर महिला को परेशान किया। अश्लील वीडियो दिखाकर हरकत की। महिला विरोध करने लगी और इसी बीच बेटा लौट आया। वह भी मां को बचाने के लिए मनीष से भिड़ गया। बच्चे ने शोर मचाया तो आरोपी भाग गया। शाम को पति लौटा तो महिला ने इशारों में घटना के बारे में बताया। पति आरोपी मनीष के घर पहुंचा और विरोध जताया तो आरोपी के परिवार ने उसके खिलाफ ही छत्रीपुरा थाने में परेशान करने की शिकायत कर दी। अगले दिन छत्रीपुरा पुलिस महिला के पति को पकड़ ले गई और 5 घंटे थाने पर बैठाए रखा। पीडि़त युवक इशारों में पत्नी के साथ हुई घटना के बारे में बताता रहा, लेकिन पुलिस ने नजरअंदाज कर दिया।

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24 जून को पीडि़त एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र से मिला तो उन्होंने सीएसपी डीके तिवारी को जांच के लिए निर्देशित किया। पुलिस को मूक-बधिर दंपती की शिकायत समझ नहीं आई तो 3 जुलाई को विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित को बुलाया। ज्ञानेंद्र पुरोहित ने साइन लैंग्वेज में दंपती से बात की तो उनके साथ हुआ पूरा वाक्या सामने आया। पता चला कि पुलिस ने जिसे थाने में बैठाया था, वह पीडि़त है, जिसने शिकायत की, वह आरोपी है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया, लेकिन बयान नहीं हुए। गुरुवार को विशेषज्ञ को बुलाकर रात में पीडि़त पक्ष के बयान दर्ज किए गए।