शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही कॉलेजों को संबद्धता की जाना चाहिए। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने जुलाई तक संबद्धता जारी करने का दावा किया था, लेकिन जनवरी तक सभी कॉलेजों को निरीक्षण ही नहीं हो सका। इस कारण निर्धारित समय पर परीक्षा नहीं हुई। अब सभी कॉलेजों का निरीक्षण होने के बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर परीक्षा के आवेदन भी लिए जा रहे हैं। परीक्षा की योजना बनाने के लिए यूनिवर्सिटी ने मंगलवार को प्राचार्यों की बैठक बुलवाई है, जिसमें तय होगा कि परीक्षा किस अवधि में कराई जा सकती है। इधर, फस्र्ट सेमेस्टर की परीक्षा कराने के लिए छात्र-छात्राएं लगातार यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा। परीक्षा फॉर्म जमा करने के लिए २५ मार्च तक का समय दिया है।