नगर भाजपा ने 650 से ज्यादा विस्तारकों को मैदान में उतार रखा है जो सुबह और शाम 4-4 घंटे सिर्फ सदस्यता अभियान चला रहे हैं। 21 जुलाई से शुरू हुए दस दिनी अभियान में टीम को खट्टे-मीठे अनुभव हो रहे हैं। सबसे ज्यादा पसीने तो नए सदस्य बनाने में छूट रहे हैं। आमतौर पर परिवार के सक्रिय सदस्य से विस्तारकों की मुलाकात हो रही है।
जैसे ही वे उनसे भाजपा का सदस्य बनने का आग्रह करते हैं और मोबाइल से मैसेज करवाते हैं तो सामने से जवाब आ जाता है कि आप पहले से सदस्य हैं। जानकारी के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरें, चूंकि पुराने सदस्य का भी फॉर्म फिर से भरवाना है, इसलिए विस्तारक को पूरी मशक्कत करना पड़ती है।
बाद में नए सदस्य के घर के अन्य सदस्य, जिसके पास फोन हो, उसका जोड़-घटाव करना पड़ता है। मुसीबत ये है कि परिवार के पुरुष तो राजी हो जाते हैं, लेकिन महिलाओं के नंबर को गोपनीय रखने के हिसाब से सहमति नहीं दे रहे हैं।
हालांकि कुछ परिवारों को आपत्ति नहीं है, लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है। इसका असर ये हो रहा है कि दस में से पांच से सात लोग पुराने सदस्य निकल रहे हैं। उसकी वजह से कड़ी मशक्कत करने के बावजूद नए सदस्यों का आंकड़ा चौंकाने वाला सामने नहीं आ रहा है।
बारीकी से हो रही जांच
गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा संगठन ने सदस्यता अभियान को लेकर खासी सख्ती कर रखी है। नियमित जानकारी मांगी जा रही है कि कितने सदस्य नए बने और कितने पुरानों के फॉर्म भरे गए। इसको लेकर नगर भाजपा अध्यक्ष गोपी नेमा व सदस्यता अभियान प्रभारी कमल वाघेला ने नगर के पदाधिकारियों को मंडलों का प्रभारी बना दिया, जो कि विस्तारकों से नियमित जानकारी लेंगे।
अब इन प्रभारियों से भी नियमित जानकारी लेने की कुछ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विजय मालानी को एक व तीन, सतीश कौशल को दो, गोविंद पंवार को चार, जवाहर मंगवानी को पांच व राऊ की जिम्मेदारी सौंपी है। ये नियमित शाम को जानकारी लेकर मनोज पाल को सौंपेंगे, जो भोपाल रिपोर्ट सौंपेंगे। यहां तक पूछा जा रहा है कि क्षेत्र में रहने वाले कौन से नेता काम पर लगे हैं और कौन से नहीं।