पीपल्याहाना ब्रिज पर जनवरी से दौडऩा है वाहन पर एक्सपर्ट टीम ने लौटा दी डिजाइन
गर्डर तैयार, तकनीकी पेंच में उलझी बेयरिंग की डिजाइन

इंदौर. शहर में रिंग रोड के पीपल्याहाना चौराहे पर बन रहे फ्लाय ओवर का फाउंडेशन तैयार होने के बाद गर्डर डालने का काम बेयरिंग के तकनीकी पेंच में उलझ गया है। कंसल्टेंट कंपनी द्वारा बनाई गई डिजाइन को संशोधन के साथ आइआइटी की एक्सपर्ट टीम ने वापस कर दिया, जिसे दोबारा बनाकर भेजा गया है। इसके मिलते ही गर्डर रखना शुरू हो सकेगा, जबकि निर्माण कंपनी द्वारा गर्डर रखने के लिए बुलाई गई विशेष मशीन से यह काम कम समय पर पूरा हो सकेगा।
आइडीए ने पीपल्याहाना चौराहा ब्रिज से जनवरी-फरवरी तक ट्रैपिक शुरू करने का लक्ष्य तय किया है। इसी आधार पर कार्य का शेड्यूल तैयार किया गया है। आइडीए अधिकारियों के मुताबिक, ब्रिज के फाउंडेशन का कार्य समय पर पूरा कर लिया गया। अब गर्डर निर्माण जारी है। जानकारी के अनुसार, जुलाई में स्लैब भरने का लक्ष्य रखा है। पिलर्स पर गर्डर रखने के लिए बेयरिंग की डिजाइन मेें संशोधन के चलते काम रुक गया है। कंसल्टेंट द्वारा तकनीकी एजेंसी आइआइटी मुंबई द्वारा बताए गए संशोधन कर डिजाइन दोबारा भेज दी है। जल्द निरीक्षण करने का आग्रह भी किया है, ताकि तय शेड्यूल अनुसार काम हो सके।
कार्य योजना अनुसार
बेयरिंग की डिजाइन आने के बाद इनका निर्माण होगा और इसके बाद ही गर्डर रखी जा सकेगी। आइडीए सीइओ विवेक श्रोत्रिय का कहना है, कार्य तय योजना के अनुसार चल रहा है। दोबारा भेजी डिजाइन जाते ही गर्डर रखने का काम शुरू हो जाएगा। प्रयास होगा जनवरी-फरवरी तक काम पूरा हो जाए।
फाउंडेशन तैयार
40 प्रतिशत काम हुआ पूरा।
33 करोड़ लागत से बन रहा 750 मीटर लंबा, 6 लेन का फ्लाय ओवर।
2020 फरवरी तक पूरा करने का लक्ष्य।
जुलाई के पहले सप्ताह से रखी जाएगी गर्डर
पीपल्याहाना चौराहे पर जाम से मिलेगी मुक्ति।
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