अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की मदद से कॉलेज में आइडिया लैब स्थापित की गई है। लैब इंजीनियङ्क्षरग स्नातकों को अधिक कल्पनाशील और रचनात्मक बनाएगी। इस लैब का उद्देश्य एक विचार को एक प्रोटोटाइप में बदलने के लिए एक छत के नीचे सभी सुविधाएं प्रदान करना है। कोर्स संचालक डॉ. कृष्णकांत धाकड़ ने बताया कि ये देश का पहला फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम है। यह सात दिनों तक चलेगा। इसमें में आठ राज्यों के विभिन्न इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज व विवि के 35 प्रतिभागी शामिल हुए हैं। इसमें प्रतिभागी थ्रीडी ङ्क्षप्रङ्क्षटग, थ्री डी स्केनर, लेजर कङ्क्षटग व पीसीबी डिजाइन में कौशल एवं प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम की शुरूआत स्मार्ट सिटी के सीईओ ऋभष गुप्ता ने की। डॉ. धाकड़ ने बताया कि इस एफडीपी में 80 प्रतिशत फोकस फैकल्टी के हैंड ऑन ट्रेङ्क्षनग पर दिया जा रहा है। एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों में आइडिया (विचार, विकास, मूल्यांकन और अनुप्रयोग) प्रयोगशाला स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिससे छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियङ्क्षरग और गणित (एसटीईएम) के मूल सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वे व्यावहारिक अनुभव, कर और यहां तक कि सीख सकें। लैब इंजीनियङ्क्षरग स्नातकों को अधिक कल्पनाशील और रचनात्मक बनाएगी, इसके अलावा 21 वीं सदी के कौशल जैसे महत्वपूर्ण सोच, समस्या-समाधान, डिजाइन सोच, सहयोग में बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त करने से छात्रों और शिक्षकों को सुविधा हो सकती है। चूंकि आइडिया लैब संस्थान में प्रदान की जाने वाली शिक्षा को बदलने के उद्देश्य से एक दीर्घकालिक हस्तक्षेप होने जा रहा है, प्रस्ताव में लैब के लिए एक स्पष्ट ²ष्टि, कार्यान्वयन की योजना, संसाधनों को जुटाना, संकाय की ताकत और उत्साह, उपयोग और सुविधाओं का विस्तार आदि।
25 छात्र को दिया प्रशिक्षण
डॉ. धाकड़ ने बताया कि हमने अपने कॉलेज के 25 छात्रों को प्रशिक्षण दिया । अब वे आठ राज्यों से आए फैकल्टी को प्रशिक्षण दे रहे हैं। ये फैकल्टी अपने यहां छात्रों को ट्रेङ्क्षनग देंगे।
डॉ. धाकड़ ने बताया कि हमने अपने कॉलेज के 25 छात्रों को प्रशिक्षण दिया । अब वे आठ राज्यों से आए फैकल्टी को प्रशिक्षण दे रहे हैं। ये फैकल्टी अपने यहां छात्रों को ट्रेङ्क्षनग देंगे।