इंदौर

फर्जी खातों से करोड़ों का लेन-देन, आरबीआई ने रखी नजर

3 युवकों ने किराए का मकान लिया और फिर बाद में किराएनामे के आधार पर अलग अलग बैंकों में खाते खोले थे।

इंदौरJan 15, 2018 / 09:36 pm

amit mandloi

फर्जी दस्तावेजों से खोले बैंक खाते में हुआ डेढ़ करोड़ का ट्रांजेक्शन, ईओडब्ल्यू ने किया केस दर्ज
इंदौर. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तीन बैंक में खोले गए खातों से करीब डेढ़ करोड़ का ट्रांजेक्शन हो गया। आरबीआई ने तीन खातों को संदिग्ध मानते हुए मामला ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरों) को सौंपा जिस पर अब बिहार के तीन लोगों पर केस दर्ज हुआ है।
मामला 2013-14 का बताया जा रहा है। तीन निजी बैंकों में अलग-अलग नाम से खाते खोले गए थे। अगले दो-तीन साल के दौरान इन तीन बैंक खातों से संदिग्ध ट्रांजेक्शन हुए। इन खातों को विशेष श्रेणी में रखते हुए आरबीआई को ओर से निगरानी की गई और फिर जांच ईओड़ब्ल्यू को सौंपी गई थी। एसआई मनोहर बडोदिया के मुताबिक, इस मामले में जांच के बाद अशोक पांडे, लोकेशसिंह व रोहित शर्मा सभी निवासी बिहार के खिलाफ केस दर्ज किया है। जांच करने पर पता चला कि तीनों युवकों ने महालक्ष्मी नगर में किराए का मकान लिया और फिर बाद में किराएनामे के आधार पर अलग अलग बैंकों में खाते खोले थे। इसके साथ ही टेलीफोन कनेक्शन लेकर कंपनी का रजिस्ट्रेशन करा लिया था। इन लोगों के बैंक खातों में इस दौरान एक करोड़ 62 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ। शंका होने पर छानबीन की तो पता चला कि बैंक खाता खोलने के लिए जो वोटर आईडी दिया गया था उसमें लगे फोटो भी फर्जी थे। नाम पते भी अन्य लोगों के देकर फर्जी जानकारी के आधार पर बैंक खाता खुलवाकर ट्रांजेक्शन किया गया। माना जा रहा है कि इन बैंक खातों से काले व बेनामी संपत्ति का लेन-देन हुआ है। महालक्ष्मी नगर में छानबीन की गई तो वहां उक्त नाम के व्यक्ति नहीं मिले इस आधार पर केस दर्ज किया है। इन संदेही बैंक खातों से जिन खातों में पैसा गया अब उनकी जांच शुरू की गई है।
 

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