एडवोकेट अचला जोशी ने बताया कि शहर के स्कीम नंबर 71 में रहने वाले राकेश (परिवर्तित नाम) ने बड़वाह निवासी सीमा (परिवर्तित नाम) से 2 मार्च 2014 को हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। शादी के अगले दिन से ही सीमा का पति और उनके परिवारजन से व्यवहार बदल गया। शादी के आठ दिन बाद 11 मार्च को सीमा पति राकेश के ऑफिस पहुंच गई और वहां अलग रहने के लिए दबाव बनाने लगी। इसे लेकर ऑफिस के लोगों के सामने ही विवाद किया, जिससे पति की नौकरी चली गई।
परिजन की समझाइश का भी असर नहीं सीमा को ससुराल के लोगों ने विवाद न करने के लिए समझाया भी, लेकिन वह नहीं मानी। 6 मार्च 2014 को अपना सामान लेकर मायके चली गई और फिर कभी नहीं लौटी। उसने खरगोन में पति राकेश और ससुरालवालों पर दहेज प्रताडऩा और घरेलू हिंसा की शिकायत भी दर्ज कराई। हालांकि वह कोर्ट में आरोपों को सिद्ध नहीं कर पाई। पति द्वारा पेश सबूत और बयानों को सही पाते हुए कोर्ट ने तलाक की डिक्रीका आदेश दिया है।