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इंदौर

ऐसी लड़कियों को जल्द न्याय मिलना चाहिए, जो दुष्कर्म के बाद गर्भवती हो गई-नोबल विजेता

बच्चे को स्कूल से निकाला तो मां बैठी धरने पर, शहर पहुंची भारत यात्रा, सत्यार्थी ने दिया बचपन बचाने का संदेश, ११ हजार किमी की है यात्रा, ११ सितंबर को

इंदौरOct 03, 2017 / 07:54 pm

अर्जुन रिछारिया

kailash satyarthi
इंदौर. नोबल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि ऐसी लड़कियों को जल्द न्याय मिलना चाहिए, जो दुष्कर्म के बाद गर्भवती हो गई। बचपन बचाओ आंदोलन से नोबल पुरस्कार पाकर दुनियाभर में चर्चा में आए कैलाश सत्यार्थी की भारत यात्रा आज इंदौर में है। ११ सितंबर को जम्मू से यात्रा की शुरुआत की गई थी। समापन १६ अक्टूबर को दिल्ली में होगा। आज सुबह १० बजे होलकर कॉलेज से हजारों छात्रों ने टॉवर चौराहा, भंवरकुआं और यहां से तक्षशिला परिसर स्थित डीएवीवी के कैंपस तक रैली निकाली। यहां कार्यक्रम में सत्यार्थी ने हजारों छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। इस दौरान सत्यार्थी ने बचपन बचाने का संदेश दिया और सभी को इस अभियान से जुडऩे को कहा।
रैली के समन्वयक श्रीद्धांत जोशी ने बताया कि बच्चों की तस्करी और उनके यौन उत्पीडऩ जैसे मामलों के प्रति लोगों को जागरूक करने लिए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन द्वारा भारत यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा 11 सितंबर को जम्मू, कन्याकुमारी , सिलीगुड़ी, रायपुर, अहमदाबाद, पणजी आदि शहरों से शुरू हुई थी। देश के विभिन्न शहरों में सुरक्षित बचपन के संदेश के साथ भ्रमण कर लोगों को जागृत कर रही है। रैली की कमान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को सौंपी गई है। आज डीएवीवी में युवा उत्सव की शुरुआत भी हो रही है। इसके पहले रैली विवि कैंपस पहुंचेगी, जहां सत्यार्थी छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे। परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रोहिन राय ने बताया कि भारत यात्रा को देशभर में समर्थन मिल रहा है और यह २२ राज्यों में निकली जा रही है।
बच्चे को स्कूल से निकाला तो मां बैठी धरने पर
कालानी नगर स्थित एक स्कूल में कुछ दिन पहले दो बच्चों के विवाद के बाद स्कूल प्रबंधन ने एक बच्चे को बाहर निकाल दिया था। विरोध में बच्चे की मां आज सुबह से स्कूल परिसर में धरने पर बैठी हुई है। पिता ललित नाहर ने बताया कि किंग्स केम स्कूल में बेटे आरव का नर्सरी में एडमिशन करवाया था। १६ सितंबर को स्कूल में किसी बच्चे ने आरव के हाथ पर काट लिया था। स्कूल प्रबंधन से मदद नहीं मिली। पुलिस की मदद से सीसीटीवी फुटेज देखे तो तो आरव को दूसरा बच्चा काट रहा था। वहीं दो मैडम बैठी हुई थीं। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने बच्चे को बाहर कर दिया था। स्कूल बच्चे की १८,५०० रुपए फीस वापस नहीं कर रहा है। स्कूल में बैठा भी नहीं रहा है।
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