28 नवंबर 2018 को विधानसभा के चुनाव थे। नेहरू नगर के पीठासीन अधिकारी महू में सहायक शिक्षक कैलाशचंद्र पटेल (ग्रेड 3) को हार्ट अटैक आ गया था। तुरत-फुरत उन्हें एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां पर उनकी मौत हो गई। घटना के बाद निर्वाचन आयोग ने तुरंत दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता परिवार को देने की घोषणा कर दी। कुछ दिनों बाद ये पैसा विभाग को मिल गया, लेकिन उनके बेटे संजय पटेल को विभाग ने अब तक नौकरी नहीं दी।
पिता के जाने के कुछ दिनों बाद उन्होंने शिक्षा विभाग को अनुकंपा नियुक्ति को लेकर आवेदन किया था। काफी समय तक आवेदन विभाग के अफसरों की टेबल पर इधर-उधर होता रहा। हाल ही में संयुक्त संचालक लोक शिक्षा संचालक ने साफ कर दिया कि संजय पटेल की पिछड़ा वर्ग से नियुक्ति के लिए पूरे संभाग में कही भी पद खाली नहीं है। उन्हें अन्य किसी भी जिले में पदस्थ किया जा सकता है। मामला कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव तक पहुंचा जिस पर उन्होंने विभाग से रिपोर्ट मांगी है।