27 मार्च को उमाशंकर कुशवाह अपने दोस्त गौरव के घर न्यू गौरी नगर गया था। यहां गौरव का अपने पिता मनोज से किसी बात पर विवाद हो गया। इस दौरान गौरव के दोस्त उमाशंकर और निखिल भी वहीं मौजूद थे। दोनों पिता और पुत्र के झगड़े में बीच-बचाव करने आए। इसी दौरान गौरव के पिता मनोज ने घर में रखी संडासी उठाकर उमाशंकर कुशवाह के सिर में मार दी। संडासी लगते ही उमाश्ंाकर बेसुध होकर गिर पड़ा और सिर से खून निकलने लगा। आनन-फानन में निखिल और गौरव उसे लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे। यहां जब डॉक्टरों ने सिर में गंभीर चोट होने की बात कही तो गौरव ने उमाशंकर की बहन को बुलाया। बहन का आरोप है कि गौरव कभी कहता कि उमाशंकर चढ़ाव से गिरा है तो कभी कहता है कि उसे चोट लग गई, लेकिन हमें पूरा सच नहीं बताया। इसी के साथ मेरे भाई को भी तीन दिन से होश नहीं आया और आज सुबह उसकी मौत हो गई।
हीरानगर थाने का किया घेराव इधर, उमाशंकर के परिजन आज बड़ी संख्या में एकत्रित होकर हीरा नगर थाने पहुंचे। वे गौरव पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। यहां पुलिस ने उनको जानकारी दी कि पूछताछ और जांच में सामने आया है कि गौरव के पिता ने उमाशंकर पर हमला किया था। हमने कल ही इस मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले में आरोपित मनोज पिता दीनानाथ पिल्ले पर कल हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया था। अब पुलिस धारा बढ़ाएगी। उमाशंकर की बहन ने बताया कि उमाशंकर को अब पोस्टमार्टम के लिए आज सुबह निजी अस्पताल से एमवाय अस्पताल ले जाया गया।