छत्रीबाग स्थित मिलन उपभोक्ता भंडार एवं प्रियदर्शिनी उपभोक्ता भंडार (कंट्रोल की दुकान) की खाद्य सामग्री 12 क्ंिवटल गेहूं और 100 लीटर घासलेट की कालाबाजारी करते हुए संचालक मनोज गुप्ता के खिलाफ छत्रीपुरा पुलिस थाने पर एफआईआर दर्ज की गई थी। दोनों कंट्रोल दुकानों का निलंबन करने की कार्रवाई पूर्व कलेक्टर पी. नरहरि ने की थी। आरोपी संचालक मनोज गुप्ता ने दोनों कंट्रोल दुकानों को खाद्य अधिकारियों से सांठगांठ कर पुन: संचालित करना शुरू कर दिया।
कलेक्टर ने दिए थे कार्रवाई के आदेश मप्र राजीव विकास केंद्र के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने दोनों कंट्रोल दुकान पर फिर से कालाबाजारी करने की मयदस्तावेज के साथ शिकायत वर्तमान कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव से की। इस पर उन्होंने जांच कर कार्रवाई करने के आदेश संबंधित अफसरों को दिए। कलेक्टर के आदेश पर जांच दल में शामिल सहायक खाद्य अधिकारी आरपी शर्मा, फूड इंस्पेक्टर दिलीप मानवोरे, इंस्पेक्टर राहुल शर्मा और सहकारिता विभाग के एमएस चौहान छत्रीबाग स्थित मिलन और प्रियदर्शिनी उपभोक्ता भंडार पर पिछले दिनों जांच करने पहुंचे तो कंट्रोल दुकान संचालक गुप्ता ने अफसरों से विवाद शुरू कर जांच में बाधा उत्पन्न करना शुरू कर दिया। इस पर खाद्य अफसरों ने छत्रीपुरा पुलिस थाने पर फोन लगाकर थाना प्रभारी संतोष सिंह यादव को सूचित किया। इसके बाद थाने से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा और फिर जांच शुरू की गई। इस दौरान कई अनियमितता व कालाबाजारी की शंका के चलते अफसरों ने मिलन एवं प्रियदर्शिनी उपभोक्ता भंडार पर ताले लगाकर सील कर दिया।