must read : निगम बजट : इंदौर में 180 करोड़ से तैयार होंगी सडक़ें, दो नए इंटर स्टेट बस स्टैंड बनाएंगे एसपी सायबर जितेंद्र सिंह ने बताया कि हम पता लगा रहे हैं कि आरोपित इंदौर में कब से रह रहे हैं। दोनों कॉल सेंटर और फ्लेट उसे किसने दिलवाए। पुलिस को इन्होंने इनकी जानकारी दी थी या नहीं। जानकारी मिली है कि ये लोग हवाला से लेनदेन करते थे। इसमें कौन सहयोग करता था इसकी जांच करने के साथ ही इनका पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है। जो पढ़े- लिखे लोग काल सेटर में पकड़ाए हैं उनके परिजनों को भी जानकारी भेजी जा रही है। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को राज्य सायबर सेल ने पकड़ा है। यह गिरोह इंदौर में कॉलसेंटर के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने गिरोह के विजय नगर इंदौर स्थित कॉल सेंटर पर दबिश देकर 80 युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया है। पूरे प्रदेश में अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। सायबर सेल को मुखबिर से सूचना मिली थी कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली से कुछ लोग इंदौर आकर अवैध कॉल सेंटर चला रहे हैं। इस कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिका के नागरिकों को कॉल कर उनसे उनके सोशल सिक्युरिटी नंबर का उपयोग अवैध गतिविधियों जैसे मनीलाड्रिंग व ड्रग ट्रेफिकिंग में शामिल होने का बताया जाता था। इसके बाद अमेरिकी नागरिकों को डराकर उनसे 50 डॉलर से लेकर 5000 डॉलर तक की राशि विभिन्न माध्यमों से वसूली जा रही थी।