पुलिस फायर ब्रिगेड के अनुसार कल रात को तीन बजे के लगभग आग लगने की सूचना मिली थी। इस पर दल वहां पर पहुंचा था। टीम वहां पर पहुंची तो आग काफी फैल गई थी। इसी के चलते चार गाडिय़ों को वहां पर बुलाना पड़ा। पहली मंजिल पर इस गोदाम से शुरू हुई इस आग के पास ही स्थित कारखाने में भी लगने का खतरा था। आग की लपटें वहां पर भी पहुंच रही थीं। आग की भीषणता का अंदाजा इस बाते से लगाया जाता है कि दूसरे हिस्से में स्थित कारखाने में रखी मशीनों में नुकसान हो गया। अगर वहां पर तापमान बढ़ता तो जो मशीन गर्मी से पिघल रही थी उनमें भी आग लगना शुरू हो जाती। टीम ने सबसे आग को आसपास बढऩे से रोका। एक टीम आग को आसपास के इलाके में फैलने से रोक रही थी। कारखाने के हिस्से से सही बची हुई मशीनों को बाहर निकाला और इसके बाद वहां के तापमान तो नीचे लाने शुरू किया ताकि वहां पर आग भड़क नहीं सके। वहीं बाकी टीम आग पर काबू पाने में लगी हुई थी। काफी देर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन उसे पूरी तरह से बुझाने में पांच घंटे से ज्यादा समय लग गया। इस आग में वहां पर रखा सामान जल गया। कपड़े और पॉलीथिन रखे होने से उनमें दोबारा आग लगने का खतरा था। इसी के चलते टीम ने गोदाम को खाली करना शुरू किया। इसके बाद नीचे की और जल रही आग को बुझाया गया। इन सब में 10 के करीबन टैंकर पानी लग गया है। अभी आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई जा रही है।