जानकारी के अनुसार घटना रात करीब 12.10 बजे की है। अर्जुन बड़ोदा में बायो मेक हेल्थ केयर प्रालि नामक दवा फैक्टरी में ग्रामीणों ने आग लगी देखी तो पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सबसे पहले देवास से फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और आग बुझाना शुरू किया, लेकिन अंदर केमिकल रखा होने के चलते तेजी से भडक़ रही आग पर काबू पाने में टीम असफल रही। इसके बाद सूचना देकर उज्जैन और इंदौर से भी फायर ब्रिगेड की टीमें बुलवाई गईं और करीब 300 से अधिक टैंकरों की मदद से चारों ओर से पानी डालकर आग बुझाना शुरू किया गया। वहीं सांवेर रोड स्थित दीपमाला ढाबे के पीछे अगरबत्ती बनाने के कारखाने में आज सुबह करीब ८ बजे आग लग गई। सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और ५ हजार लीटर पानी से आग पर काबू पाया।
होते रहे धमाके
घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने मशक्कत कर लोगों को मौके से हटाया। इसी बीच फैक्टरी में केमिकल के ड्रम रखे होने के चलते वह भी आग की चपेट में आ गए और धमाके होने लगे, जिससे यहां मौजूद लोग दहल गए।
घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने मशक्कत कर लोगों को मौके से हटाया। इसी बीच फैक्टरी में केमिकल के ड्रम रखे होने के चलते वह भी आग की चपेट में आ गए और धमाके होने लगे, जिससे यहां मौजूद लोग दहल गए।
जेसीबी से तोड़ी दीवारें
तीन एकड़ में बनी इस फैक्टरी के चारों ओर ऊंची दीवारें हैं, जिसके चलते दमकल कर्मी अंदर पानी नहीं डाल पा रहे थे। जेसीबी बुलवाकर दीवारों को तोड़ा गया और अलग-अलग टीमों ने मोर्चा संभालते हुए चारों ओर से पानी डाला, तब कहीं जाकर आग पर काबू पाने में आसानी हुई।
तीन एकड़ में बनी इस फैक्टरी के चारों ओर ऊंची दीवारें हैं, जिसके चलते दमकल कर्मी अंदर पानी नहीं डाल पा रहे थे। जेसीबी बुलवाकर दीवारों को तोड़ा गया और अलग-अलग टीमों ने मोर्चा संभालते हुए चारों ओर से पानी डाला, तब कहीं जाकर आग पर काबू पाने में आसानी हुई।